108 ambulance बुधवार रात देर तक हंगामे के बाद दूसरी एबुलेंस बुलाई गई। बच्ची मेडिकल पहुंची, लेकिन वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
108 ambulance : पाटन अस्पताल से मेडिकल रेफर किए जाने पर बेटी के बेहतर इलाज की आस लिए परिजन ने 108 एबुलेंस बुलाया था। लेकिन, नशे में धुत चालक ने उनसे पैसे की मांग की। बाद में अभद्रता करने लगा। पैसे नहीं मिले, तो भाग गया। बुधवार रात देर तक हंगामे के बाद दूसरी एबुलेंस बुलाई गई। बच्ची मेडिकल पहुंची, लेकिन वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
पाटन निवासी सूरज चक्रवर्ती की बेटी को सांस लेने में काफी तकलीफ हो रही थी। उसे लेकर पाटन सिविल अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर्स ने प्राथमिक इलाज के बाद बच्ची को जबलपुर मेडिकल रेफर कर दिया। डॉक्टरों की सलाह पर उन्होंने 108 एबुलेंस को कॉल किया। बताया गया कि मौके पर पहुंचा एबुलेंस चालक संदीप रजक नशे में धुत था।
अस्पताल के सुरक्षाकर्मी शुभम यादव ने प्रबंधन को बताया कि चालक परिजन से रुपयों की मांग कर रहा था। समझाने पर वह अपशब्द कहने लगा। डॉक्टर और कर्मचारियों ने मिलकर संदीप को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने किसी की बात नहीं सुनी और एबुलेंस लेकर अस्पताल परिसर से भाग गया। अस्पताल प्रबंधन ने वरिष्ठ अधिकारियों को घटना की सूचना दी। एबुलेंस शहपुरा इलाके की है। एबुलेंस चालक की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।