New Year Celebration: प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक शांत, सुंदर, सुरम्य एवं मनभावक स्थान है। पहाडिय़ों, झरने और नदी के बीच इस खास नजारे को आंध्र का कश्मीर भी कहा जाता है
New Year Celebration: यह तस्वीर छत्तीसगढ़ बॉर्डर के करीब आंध्रप्रदेश में बहती गोदावरी नदी की है। पोचावरम में हरे-भरे जंगल और पहाडिय़ों के बीच यहां नाव पर सवारी का अनुभव पर्यटकों के लिए रोमांचकारी है। जगदलपुर से 239 किमी दूर इस जगह पर छत्तीसगढ़ , तेलंगाना , ओडिशा , महाराष्ट्र, तमिलनाडु जैसे राज्यों से प्रतिदिन लगभग दो हजार से अधिक लोग पहुंच रहे हैं।
खूबसूरत पापिकोंडलू पहाडिय़ों के बीच नौकायान अवर्णनीय एहसास है। गोदावरी नदी के दोनों किनारों पर ऊंचे पर्वत श्रृंखला मौजूद हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह एक शांत, सुंदर, सुरम्य एवं मनभावक स्थान है। पहाडिय़ों, झरने और नदी के बीच इस खास नजारे को आंध्र का कश्मीर भी कहा जाता है। आंध्र के अल्लूरी सीतारामरजू जिला ग्राम पोचावरम छत्तीसगढ़ की अंतिम छोर कोंटा से 55 किमी व तेलंगाना के भद्राचलम से 60 किमी की दूरी पर स्थित है।
पोचावरम पहुंचने के बाद पर्यटक पापिकोंडलू ही नहीं, पेरेंटालपल्ली में भगवान शिव मंदिर, कोल्लूर बेम्बू हट्स ,पोलावरम प्रोजेक्ट , कोर्टूर कॉटेज भी अवश्य जाते है। यह नाव की सवारी में पैकेज का हिस्सा होता है। नाव में ही भोजन की व्यवस्था होती है।
यह नजारा आज जितना सुखद है शायद आने वाले वर्षों में ना रहे। दरअसल गोदावरी का यह हिस्सा पोलावरम प्रोजेक्ट में आ रहा है। प्रोजेक्ट का काम पूरा होते ही यह हिस्सा 100 फीट तक पानी में डूब जाएगा। इस नजारे का आधा हिस्सा फिर कभी नहीं दिख पाएगा।
जगदलपुर से कोंटा 184
कोंटा से कुनावरम 35
कुनावरम से पोचावरम 20