मास्टर प्लान-2047 को लेकर कवायद शुरू हो गई है। जेडीए ने अपनी वेबसाइट पर सवाल साझा किए हैं। शहर की जनता सीधे इन सवालों का जवाब दे सकती है।पहली बार जेडीए ने यह प्रयोग किया है। अच्छे सुझावों पर जेडीए अमल करेगा।
जयपुर. जेडीए ने मास्टर प्लान-2047 की तैयारी शुरू कर दी है। पहले चरण में जनता से पूछा जा रहा है कि उन्हें अपने सपनों का गुलाबी नगर कैसा चाहिए? अपने आस-पास पार्क में कौन सी सुविधा लेना पसंद करेंगे। घर के पास में ही ऑफिस हो और आप भी चाहते हो कि घर के पास सेंट्रल पार्क और सिटी पार्क जैसा बड़ा पार्क हो। खेल मैदान की कमी दूर हो और सार्वजनिक परिवहन की उपलब्धता आसानी से हो। यदि ये सब भविष्य में चाहिए तो इसके लिए मास्टर प्लान-2047 में भागीदारी निभाएं। जेडीए ने अपनी वेबसाइट पर इस मास्टर प्लान से जुड़े सवाल साझा किए हैं। जेडीए, नगर नियोजन शाखा के अधिकारियों की मानें तो पहली बार मास्टर प्लान में जनता को जोड़ा गया है। वेबसाइट पर जाकर जनता अपने सुझाव दे सकती है।
सात श्रेणियों में 13 सवाल
1-आवास (दो सवाल): इसमें लोगों से आवास खरीदने से लेकर कार्यस्थल के नजदीक या फिर पास में स्कूल और अस्पताल जैसी सुविधा के बारे में बताएंगे।
2-जीवन की गुणवत्ता, मनोरंजन और पर्यावरण (चार सवाल): सेंट्रल पार्क, सिटी पार्क जैसे बड़े पार्क से लेकर कॉलोनी के पास खेल मैदान बने, थीम पार्क विकसित हों, जैसे विकल्प दिए गए हैं। साथ ही जलवायु परिवर्तन के लिए कौन सी चुनौतियों का समाधान सबसे पहले हो, यह भी सर्वे में बता सकेंगे।
3-अर्थव्यवस्था और निवेश आकर्षण (तीन सवाल): शहर में आइटी, बैंकिंग, पर्यटन और विरासत, हस्तशिल्प, रत्न-आभूषण, होटल से लेकर कौशल विकास, सार्वजनिक सुरक्षा पर शहरवासी अपनी बात रख सकते हैं।
4-यातायात और परिवहन(एक सवाल):सड़क को चौड़ी करने से लेकर, मिसिंग लिंक, पैदल यात्री और साइकिल पथ, रिंग रोड का विकास, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने पर बात रख सकते हैं।
5-वर्षा जल संचयन, संरक्षण एवं प्रबंधन (एक सवाल): जल निकायों का पुनरुद्धार, सामुदायिक भूमि जल संचयन प्रणाली को विकसित करने पर सुझाव दे सकेंगे।
6-विरासत संरक्षण एवं प्रबंधन(एक सवाल): कैसे विरासत को बचाया जा सकता है। इसके लिए अतिक्रमण हटाकर सौंदर्यीकरण और जागरूकता कार्यक्रम जैसे मुद्दों पर लोग बात रख सकेंगे।
7-शहर की छवि (एक सवाल): अवसरों का शहर, रहने योग्य और सुरक्षित शहर, स्वस्थ शहर, समझदार शहर पर लोग अपनी बात रख सरकार तक पहुंचाएंगे।
पहली बार लोगों के सुझाव लिए जा रहे हैं। मास्टर प्लान बनाते समय बेहतर सुझावों को उसमें शामिल किया जाएगा।
-विनय कुमार दलेला, निदेशक, नगर नियोजक, जेडीए