कोटा शहर में सुबह और शाम के समय कोहरा छाया रहा। जिससे यातायात पर असर रहा। दिन में धूप खिली, लेकिन सर्द हवा के कारण गलन का असर रहा। शाम ढलने के बाद गलन का असर बढ़ गया। जिससे ठिठुरन बढ़ गई।
पश्चिमी विक्षोभ के असर से पहाड़ों पर बर्फबारी हो रही है। इसका असर मैदानी इलाकों में पड़ रहा है। उत्तर से चल रही तेज सर्द हवाओं ने गलन बढ़ा दी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। कोटा शहर में सुबह और शाम के समय कोहरा छाया रहा। जिससे यातायात पर असर रहा। दिन में धूप खिली, लेकिन सर्द हवा के कारण गलन का असर रहा। शाम ढलने के बाद गलन का असर बढ़ गया। जिससे ठिठुरन बढ़ गई। सर्दी से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। बाजारों में ऊनी कपड़ों और हीटर की मांग बढ़ गई है। खासकर बुजुर्ग और बच्चे ठंड के कारण घरों में कैद रहने को मजबूर हैं। मौसम विभाग के अनुसार, न्यूनतम तापमान 4 डिग्री गिरकर 8 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
झालावाड़ : खिली धूप तो राहत मिली, गलन बरकरार
झालावाड़ जिले में करीब एक हफ्ते बाद लोगों को सूर्यदेव के दर्शन अच्छे से हुए। हालांकि, शीतलहर और गलन ने लोगों को परेशान किए रखा। सोमवार सुबह करीब पूरा जिला कोहरे के आगोश में रहा, लेकिन सुबह 11 बजे तक धूप खिलने लगी। बादलों के छंटने के बाद शीतलहर का प्रकोप शुरू हो गया। दिन में 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
बारां : सुबह छाए रहे बादल, घना कोहरा, दोपहर बाद निकली धूप
बारां जिले में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है। बारिश के बाद तापमान गिरने से जनजीवन प्रभावित है। दोपहर बाद आसमान खुलने से शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया। धूप में भी सर्द हवा दुपहिया वाहन चालकों को परेशान करती रही। लोग दिनभर गर्म कपड़ों में नजर आए। गांव ही नहीं शहरों में भी हर नुक्कड़ पर अलाव जलते दिखे। सुबह पूरा जिला बादलों और घने कोहरे के आगोश में रहा। दोपहर 2 बजे के बाद धूप खिली। शाम होते ही फिर से सर्दी का असर तेज हो गया। हवा की रफ्तार 14 किमी प्रति घंटे रही। जिले में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आगे ऐसा रहेगा मौसम
मौसम केन्द्र के अनुसार, आगामी दिनों में धीरे-धीरे शीतलहर का असर कम होने से तापमान में वृदि्ध होगी। इससे सर्दी का असर कम रहेगा।