UP Politics: बसपा प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल ने भाजपा की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि BJP ने जनता की गाढ़ी कमाई को व्यर्थ किया।
UP Politics: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में बहुजन समाज पार्टी (BSP) के सक्रिय नेता राम खेलावन की आकस्मिक मौत से पार्टी में शोक की लहर है। इस बीच BSP प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल शोक संवेदना व्यक्त करने उनके परिजनों से मिलने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार और योगी सरकार के साथ प्रदेश की पूर्व की समाजवादी सरकार पर जमकर हमला बोला।
BSP प्रदेश अध्यक्ष ने विश्वनाथ पाल सरकार की नीतियों पर कड़ा हमला किया। उन्होंने कहा कि पहले GST बढ़ाकर लिया गया, फिर घटा दिया गया। अब इस पर उत्सव मनाया जा रहा है। उन्होंने 2 हजार रुपए के नोट को लेकर सवाल उठाते हुए कहा पहले 2 हजार की नोट चलाई जाती है, फिर बंद कर दी जाती है। आखिर क्यों? जनता की गाढ़ी कमाई को व्यर्थ किया गया।
विश्वनाथ पाल ने BSP सुप्रीमो मायावती पर BJP सरकार के दौरान लगाए गए फर्जी मुकदमों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि मायावती पर कई मुकदमे लगाए गए, लेकिन सभी में वह बरी हो गईं।
वहीं, उन्होंने जनपदों के नाम बदलने पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि आज जो लोग काशीराम की पुण्यतिथि मना रहे हैं, वही लोग अलीगढ़ से अलग किए गए जिले का नाम बदलने में शामिल थे। पहले उसका नाम मान्यवर काशीराम नगर रखा गया था, लेकिन समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने उसका नाम बदलकर कासगंज कर दिया। इसी तरह सुल्तानपुर से अलग जिला बना, जिसका नाम छत्रपति शाहूजी महाराज नगर रखा गया था, लेकिन उसे बदलकर अमेठी कर दिया गया। इसके अलावा कई अन्य जिले जैसे संत कबीर नगर और संत रविदास नगर भी बनाए गए थे, लेकिन उनके नाम परिवर्तन को लेकर विवाद हुआ।
विश्वनाथ पाल ने मायावती द्वारा पार्कों के रख-रखाव को लेकर दिए गए निर्देशों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने पांच साल में और भाजपा ने भी पांच साल में पार्कों का रख-रखाव नहीं किया। इसके बाद मायावती ने पत्र लिखकर पार्कों की मरम्मत कराई, और सरकार ने इस पर संज्ञान लिया।