राष्ट्रीय

75th Constitution Day: जम्मू-कश्मीर में 1950 के बाद पहली बार मनाया गया संविधान दिवस

75th Constitution Day: जम्मू-कश्मीर में 1950 के बाद पहली बार मंगलवार को संविधान दिवस मनाया जा रहा है।

2 min read
Nov 26, 2024

75th Constitution Day: जम्मू-कश्मीर में 1950 के बाद पहली बार मंगलवार को संविधान दिवस मनाया जा रहा है। उस समय देश का संविधान संसद द्वारा अपनाया गया था। सरकार ने संविधान दिवस के भव्य समारोह के लिए निर्देश जारी किए हैं। संविधान को अपनाने के 75 वर्ष पूरे होने के महत्व को देखते हुए, इस दिन को भारत के संविधान में निहित मूल मूल्यों को दोहराने और नागरिकों को अभियान में अपनी सही भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करने के लिए बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि इस वर्ष का विशेष महत्व है क्योंकि यह ‘हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान’ के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है।

'हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान'

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा जम्मू-कश्मीर में संविधान दिवस समारोह का नेतृत्व करेंगे। मुख्य कार्यक्रम में श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में प्रस्तावना वाचन समारोह होगा। 'हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान' थीम के तहत जम्मू-कश्मीर में सरकारी कार्यालयों, सार्वजनिक उपक्रमों, शैक्षणिक संस्थानों और ग्रामीण क्षेत्रों में इसी तरह के समारोह आयोजित किए जाएंगे।

समारोह की तस्वीरें वेबसाइट पर की जाएगी अपलोड

कार्यक्रमों की तस्वीरें समर्पित वेबसाइट www.constitution75.com पर अपलोड की जानी हैं, और प्रतिभागी MyGov वेब पोर्टल के माध्यम से संबंधित गतिविधियों पर अपडेट रह सकते हैं। सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) ने सभी संभागीय आयुक्तों, विभाग प्रमुखों, उपायुक्तों और सार्वजनिक उपक्रमों के प्रबंध निदेशकों को अपने-अपने स्थानों पर इन समारोहों का सफल आयोजन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

हाईकोर्ट ने दिया ये आदेश

चूंकि संविधान दिवस मनाया जा रहा है, इसलिए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के उच्च न्यायालय ने प्रस्तावना को पढ़ने का आदेश दिया है। उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल शहजाद अजीम ने एक आदेश में कहा, 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है। उच्च न्यायालय के प्रत्येक विंग में उपलब्ध वरिष्ठ माननीय न्यायाधीश संविधान की प्रस्तावना का वाचन करेंगे, जबकि प्रधान जिला न्यायाधीश अपने-अपने जिला मुख्यालयों में संविधान की प्रस्तावना का वाचन करेंगे और तालुका न्यायालय में वरिष्ठतम न्यायिक अधिकारी इसका नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय विंग जम्मू और श्रीनगर के न्यायिक रजिस्ट्रार अपने-अपने विंग में संविधान की प्रस्तावना पढ़ने के समारोह के आयोजन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्था करेंगे।

Published on:
26 Nov 2024 02:11 pm
Also Read
View All

अगली खबर