कानून सबसे लिए समान हैं। यदि कोई गलत कर रहा है तो उसे अंजाम भुगतना होगा। चाहे फिर आम को या फिर खास। यह बात वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) अरिजित बनर्जी ने कही। अभयारण्य, राष्ट्रीय पार्कों की जमीन पर होने वाले अतिक्रमण को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से जारी किए गए आदेश की पालना वन विभाग कैसे कराएगा, इसको लेकर राजस्थान पत्रिका ने पीसीसीएफ से बातचीत की।
- अभयारण्य, राष्ट्रीय पार्कों की भूमि पर होने वाले अतिक्रमण पर कार्रवाई को लेकर जारी सरकार के आदेश के बाद राजस्थान पत्रिका की पीसीसीएफ से विशेष बातचीत-
बोले- समय-समय पर जारी होते हैं आदेश, इनकी पालना के लिए वन विभाग पूरी तरह लगा हुआ, नियमों के तहत हो रही हैं कार्रवाई
कानून सबसे लिए समान हैं। यदि कोई गलत कर रहा है तो उसे अंजाम भुगतना होगा। चाहे फिर आम को या फिर खास। यह बात वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) अरिजित बनर्जी ने कही। अभयारण्य, राष्ट्रीय पार्कों की जमीन पर होने वाले अतिक्रमण को लेकर प्रदेश सरकार की ओर से जारी किए गए आदेश की पालना वन विभाग कैसे कराएगा, इसको लेकर राजस्थान पत्रिका ने पीसीसीएफ से बातचीत की। उनका कहना है कि अतिक्रमण करने वालों से सख्ती से निपटा जा रहा है। आगे भी सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट के आदेश की पालना कराएंगे। पेश हैं उनसे बातचीत के अंश-
सवाल: अभयारण्य, राष्ट्रीय पार्कों की जमीन की चिंता सुप्रीम कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट ने की। आदेश भी जारी किए। सरकार ने भी पालन के लिए फिर आदेश जारी कर दिए। वन विभाग को अपनी जमीन की चिंता कब होगी?
जवाब: वन विभाग पूरी तरह से एक्टिव व अलर्ट है। इस तरह जो भी मामला मेरे संज्ञान में आ रहा है, उस पर तुरंत एक्शन हो रहा है। न्यायालय के आदेशों की भी सख्ती से पालना सुनिश्चित की जा रही है।
सवाल: सरकार की ओर से जारी 12 जुलाई के आदेश की पालना प्रदेशभर में कैसे कराएंगे। क्या वन्यजीव अतिक्रमण की चारदीवारी से बाहर अपने मैदान मेें आकर खुलकर सांस ले पाएंगे ?
जवाब : न्यायालय या विभागीय आदेश समय-समय पर रिव्यू किए जाते रहते हैं, ताकि उनकी पालना सुनिश्चित हो सके, इसके लिए संबंधित दूसरे विभागों से भी सामंजस्य स्थापित किया जाता है। इस आदेश की पालना के लिए भी ऐसा ही होगा।
सवाल: आपको प्रशासन से क्या मदद चाहिए ताकि सरकार के आदेशों की पालना हो?
जवाब: वन विभाग अपना काम कर रहा है। दूसरे विभाग भी अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जो कार्य दूसरे विभागों के सामंजस्य से करने होते हैं, वो उनकी मदद से ही करते हैं और हो रहे हैं। उदाहरण के तौर पर देखें कि इस बार हमें 7 करोड़ पौधे रोपने हैं। इसके लिए दूसरे विभागों से भी सामंजस्य स्थापित कर कार्य किया जा रहा है।
सवाल: वन विभाग के पूर्व व वर्तमान अफसरों ने सरिस्का के चारों ओर जमीनें खरीदकर होटल बना लिए। एनओसी किसी के पास नहीं। क्या पहली कार्रवाई आप उन पर करेंगे?
जवाब: मेरे जानकारी में ऐसा नहीं आया कि विभाग के किसी वर्तमान या पूर्व वन अधिकारियों के सरिस्का में होटल्स व रिसॉर्ट हैं। वन क्षेत्र में या संरक्षित क्षेत्र में ऐसा हुआ तो बताएं। कानून सबके लिए समान है चाहे कोई भी हो। अफसरों के प्रतिष्ठान होंगे तो उन पर भी कार्रवाई करेंगे।