साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए आम जनता को साइबर नियमों और एआई आधारित तकनीकों की जानकारी होनी चाहिए।
पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।
ऑनलाइन पोस्ट करते समय बेहद सावधानी बरतनी चाहिए। व्यक्तिगत जानकारी जैसे क्रेडिट कार्ड डिटेल्स, सामाजिक सुरक्षा नंबर, जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट या आईडी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा नहीं करनी चाहिए। साथ ही, अनजान ईमेल पर क्लिक करने और लुभावने ऑफरों के चक्कर में पड़ने से बचना चाहिए।
— मीना सनाढ्य, उदयपुर
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साइबर अपराधों को रोकने में सरकार की विफलता साफ नजर आती है। केवल कानून बनाना पर्याप्त नहीं है; उनके क्रियान्वयन की आवश्यकता है। जमीनी स्तर पर सख्ती और अपराधियों को सजा दिलाने की प्रणाली मजबूत करनी होगी। बड़े अपराधी राजनीतिक पहुंच और गवाहों को धमकाकर बच निकलते हैं।
— आशुतोष शर्मा, जयपुर
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सोशल मीडिया पर धोखाधड़ी से बचने के लिए पासवर्ड मजबूत और अनुमान से परे होने चाहिए। व्यक्तिगत जानकारी, जैसे जन्मतिथि या नाम, का उपयोग पासवर्ड में नहीं करना चाहिए। अनजान संदेशों पर क्लिक करने से भी बचना चाहिए।
— निर्मला देवी वशिष्ठ, राजगढ़, अलवर
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उपयोगकर्ताओं को नियमित रूप से अपने पासवर्ड बदलने चाहिए और प्रलोभन भरे अपरिचित लिंक तथा विदेशी कॉल से बचना चाहिए। अगर किसी प्रकार की धोखाधड़ी होती है, तो साइबर क्राइम सेल में तुरंत शिकायत दर्ज करनी चाहिए।
— प्रकाश भगत, कुचामन सिटी
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साइबर धोखाधड़ी से बचने के लिए आम जनता को साइबर नियमों और एआई आधारित तकनीकों की जानकारी होनी चाहिए। इसके लिए साइबर पुलिसिंग को मजबूत करना और सार्वजनिक मंचों के माध्यम से जागरूकता फैलानी होगी।
— विनायक गोयल, रतलाम
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किसी भी अनजान व्यक्ति की बातों पर भरोसा न करें। कोई परेशानी होने पर कानून का सहारा लें और अपने आसपास के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दें। अनजान संपर्कों को अनदेखा करना ही सबसे सुरक्षित उपाय है।
— दिलीप शर्मा, भोपाल, मध्य प्रदेश
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सोशल मीडिया पर घोटालों में वृद्धि के साथ सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। मैन्युअल लॉग इन, प्राइवेसी सेटिंग्स की नियमित जांच और पहचान चोरी रोकने वाले ऐप्स का उपयोग करना आवश्यक है। एटीएम पिन और पासवर्ड को मोबाइल पर सहेजने से बचें।
— डॉ. अजिता शर्मा, उदयपुर