प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 फरवरी को प्रयागराज के पावन संगम में गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर स्नान करने के लिए जाएंगे। इस अवसर पर वह बड़े हनुमानजी और अक्षयवट के दर्शन भी करेंगे।
प्रधानमंत्री ने वर्ष 2019 के कुंभ मेला के बाद भी संगम में स्नान किया था और इस बार भी महाकुंभ के अंतर्गत त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने आ रहे हैं। उनका यह आगमन महाकुंभ के तीनों अमृत स्नान पर्व के समापन पर होगा। 2019 में प्रधानमंत्री ने अक्षयवट को आम श्रद्धालुओं के लिए खोलने की पहल की थी, और इस बार भी वह संगम स्नान तथा पूजा-अर्चना करेंगे।
प्रधानमंत्री दिल्ली से विशेष विमान के माध्यम से बमरौली एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां से तीन हेलीकॉप्टर के माध्यम से वह अरैल स्थित डीपीएस मैदान के हेलीपैड पर उतरेंगे। इसके बाद वह कार से वीआईपी जेटी तक जाएंगे, और फिर निषादराज मिनी क्रूज से संगम तक पहुंचेंगे। वहां पर वह स्नान करने के बाद गंगा पूजन करेंगे। प्रधानमंत्री का अनुमानित समय लगभग साढ़े तीन घंटे का होगा।
इस दिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी त्रिवेणी संगम में स्नान करेंगे, और उनके साथ कई अन्य कांग्रेस नेता व पदाधिकारी भी इसमें सम्मिलित होंगे। अजय राय ने आरोप लगाया कि महाकुंभ के आयोजन के लिए आवंटित बजट में भ्रष्टाचार हो रहा है और अव्यवस्थाएं बढ़ रही हैं। उनका कहना है कि सरकार को मौनी अमावस्या से पहले सभी व्यवस्थाओं को ठीक करना चाहिए।