शहर के लालबाग चौराहे पर ओवरब्रिज निर्माण कार्य में कथित गड़बड़ियों और संभावित दुर्घटनाओं के कारण स्थानीय नागरिकों ने सक्रिय विरोध शुरू कर दिया है।
नाथद्वारा. शहर के लालबाग चौराहे पर ओवरब्रिज निर्माण कार्य में कथित गड़बड़ियों और संभावित दुर्घटनाओं के कारण स्थानीय नागरिकों ने सक्रिय विरोध शुरू कर दिया है। कांग्रेस कमेटी द्वारा शुरू किए गए आंदोलन और प्रदर्शन के बाद अब स्थानीय नागरिकों ने भी इस मुद्दे को प्रमुखता दी है और ‘लालबाग संघर्ष समिति’ का गठन किया है। समिति ने बुधवार को पैदल मार्च निकाला और मानव श्रृंखला बनाई, ताकि राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माण की समस्याओं और सुरक्षा खतरों के प्रति प्रशासन एवं जनता का ध्यान आकर्षित किया जा सके।
सभी नागरिक उपखंड कार्यालय पहुंचे और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के नाम एक अनेक सूत्रीय ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 8 पर लालबाग चौराहा ब्लैक स्पॉट के तहत ओवरब्रिज निर्माण की घोषणा जनप्रतिनिधियों और विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में की गई थी। उस समय जनता को यह आश्वासन दिया गया था कि पुल दोनों दिशाओं में बनाया जाएगा, जिससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी। लेकिन समिति ने कहा कि एक दिशा का निर्माण पूरा होने के तीन से चार महीने बीत जाने के बावजूद दूसरी दिशा का कार्य शुरू नहीं हुआ। इससे आम जनता में योजना के प्रति असंतोष और चिंता की स्थिति बनी हुई है।
ज्ञापन में यह भी बताया गया कि दूसरी ओर असमान डिवाइडर और अधूरे सर्विस रोड ने लालबाग चौराहे को पहले से अधिक दुर्घटना संभावित स्थल बना दिया है। समिति के सदस्यों का कहना है कि स्थानीय नागरिकों के लिए यह क्षेत्र खतरनाक बन गया है, और यदि तुरंत कार्रवाई नहीं की गई तो गंभीर दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाएगी।
लालबाग संघर्ष समिति ने स्पष्ट किया है कि यह मंच जनहित में समस्याओं को प्रशासन और सरकार तक पहुँचाने का कार्य करेगा।
समिति की प्रमुख मांगें हैं:
समिति ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी पर भरोसा व्यक्त किया कि वे इस गंभीर मुद्दे पर त्वरित कार्रवाई करेंगे और अधूरे निर्माण के कारण पैदा हुए खतरों को समाप्त करेंगे।
समिति के गठन के बाद नागरिकों ने शहर में जागरूकता फैलाने के लिए पैदल मार्च और मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रदर्शित किया। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अधूरे निर्माण और ब्लैक स्पॉट के खतरे को लेकर प्रशासन शीघ्र कदम उठाएगा। समिति ने चेतावनी दी है कि यदि मांगों पर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई, तो व्यापक आंदोलन और प्रदर्शन किया जाएगा।