राजसमंद

मेवाड़ के राजसमुंद्र को भरने का काम करेगी यह योजना, अब पकड़ेगी गति…पढ़े सरकार की योजना

एशिया की मीठे पानी की दूसरे नम्बर राजसमंद झील जिसे राजसमुंद्र के नाम से भी जाना जाता है। यहां तक पानी पहुंचाने के लिए खारी फीडऱ को चौड़ा करने के लिए 150 करोड़़ के टेण्डर आज अपलोड होंगे, जिसे अगले माह के अंत खोजा जाना प्रस्तावित है। इससे नंदसमंद का ओवरफ्लो पानी झील में दुगनी गति से पहुंच सकेगा।

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राजसमंद. सिंचाई विभाग को खारी फीडर को चौड़ा करवाने के लिए करीब 8 से 10 हेक्टेयर जमीन अवाप्त करने की आवश्यकता होगी। इसके साथ ही फीडर को चौड़ा करने का कार्य चरणबद्ध तरीके से किया जाएगा। उक्त कार्य के लिए आज टेण्डर अपलोड किए जाएंगे, जिसे अगले माह के अंत तक खोला जाना प्रस्तावित है। जनवरी के अंत तक काम शुरू करवाने के प्रयास किए जाएंगे। नाथद्वारा स्थित बाघेरी का नाका के ओवरफ्लो होने पर उसका पानी नंदसमंद पहुंचता है। यहां से खारी फीडर के माध्यम से पानी राजसमंद झील में आता है। खारी फीडर को चौड़ा करने के लिए राज्य सरकार ने बजट में 150 करोड़ की घोषणा की है। इसके तहत सिंचाई विभाग की ओर से डीपीआर तैयार कर उसे उदयपुर स्थित जोन और सर्कल ऑफिस भेजा गया। वहां पर उसकी जांच आदि कर उसे जयपुर भेजा गया है। वहां पर डीपीआर की बारीकी से जांच के पश्चात प्रशासनिक और वित्तीय स्वीकृति जारी की गई। उदयपुर स्थित मुख्यालय से तकनीकी स्वीकृति जारी हो गई है। स्थानीय सिंचाई विभाग की ओर से इसके लिए टेण्डर प्रक्रिया जारी है। विभाग की ओर से 28 नवम्बर को टेण्डर अपलोड किए जाएंगे। इसे 27 दिसम्बर को खोला जाना प्रस्तावित है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो अगले साल के प्रथम माह के अंत तक काम शुरू हो सकता है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने खारी फीडर को चौड़ा करने के लिए बजट में घोषणा की है। उसे भी अमली जामा पहनाया जा रहा है। कांग्रेस राज में 80 करोड़ की घोषणा हुई थी, लेकिन यह सिर्फ घोषणा ही बनकर रह गई थी।

दो माह बंद करना पड़ेगा काम

नंदसमंद से राजसमंद झील तक की दूरी 32.40 किमी है। खारी फीडर को चौड़ा करने के काम को 30 माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। खारी फीडर से अमूमन अगस्त और सितम्बर माह में नंदसमंद से राजसंद झील में पानी की आवक होती है। इसके कारण दो माह काम बंद रहेगा। चरणबद्ध तरीके से काम करवाया जाएगा। इसके साथ ही खारी नदी और गोविन्द नाल पर कॉलम के माध्यम से काम करवाया जाना प्रस्तावित है।

पांच दशक से ज्यादा पुरानी खारी फीडर

जानकारों के अनुसार राजसमंद झील को भरने के लिए 1962 से 1968 के बीच खारी जल पूरक योजना बनाई गई थी। इसके तहत ही फीडर का निर्माण करवाया गया था। इससे प्रतिवर्ष झील में पानी की आवक होती है। खारी फीडर पांच दशक से ज्यादा पुरानी होने के कारण कई जगह से क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं कुछ स्थानों पर रिसाव भी होता है। इससे आस-पास के खेतों में पानी भर जाता है।

करनी पड़ेगी भूमि अवाप्त

सिंचाई विभाग के जानकारों के अनुसार वर्तमान में खारी फीडर है उसे दुगना चौड़ा किया जाना प्रस्तावित है। फीडर के आस-पास पहले ही सिंचाई विभाग की जमीन है। कुछ स्थानों पर जमीन अवाप्त करनी होगी। जो 8 से 10 हेक्टेयर के बीच हो सकती है। कुछ जगह पहाडिय़ों को काटना पड़ेगा। कई जगह पुलिया का निर्माण भी करवाया जाएगा।

जल्द अपलोड होंगे टेण्डर, अगले माह जाएंगे खोले

बजट घोषणा के अनुसार खारी फीडर को चौड़ा करने के लिए टेण्डर 28 नवम्बर को अपलोड किए जाना प्रस्तावित है। इसे अगले माह के अंत तक खोला जाएगा। कुछ स्थानों पर जमीन की अवाप्त करनी पड़ेगी। चरणबद्ध तरीके से निर्माण करवाया जाएगा।

  • प्रतीक चौधरी, एक्सईएन सिंचाई विभाग राजसमंद
Published on:
28 Nov 2024 11:21 am
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