रीवा

एमपी में अस्पताल के बाहर नवजात बच्ची का शव खाते दिखे कुत्ते, मच गया हड़कंप

Rewa News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के रीवा (Rewa) जिले से रौंगटे खड़े करने वाली घटना सामने आई है। यहां आवारा कुत्ते अस्पताल परिसर के सामने एक नवजात का शव खाते नजर आए। प्रशासन में मचा हड़कंप, मामला जिले के संजय गांधी अस्पताल का...

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Jan 07, 2025
अस्पताल परिसर के बाहर नवजात का शव खाते दिखे कुत्ते।

Rewa News: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में दिल दहला देने वाली ये घटना रीवा जिले (Rewa District) की है। यहां गलियों में घूमने वाले आवारा कुत्ते एक नवजात का शव खाते नजर आए। इस घटनाक्रम से संजय गांधी अस्पताल और उस पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। कुत्ते को नवजात का शव खाता देख अस्पताल में तैनात सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और कुत्तों को भगाया।

जानकारी के मुताबिक जैसे ही ये मामला अस्पताल प्रशासन के संज्ञान में आया अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया। शव नवजात बच्ची का था, जिसे अस्पताल प्रबंधन ने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम रूम में सुरक्षित रखवा दिया। मामले की जानकारी पुलिस को दी गई।

गायनी वार्ड में बच्ची की हुई थी मौत

अस्पताल प्रशासन को जांच में पता चला कि जिस नवजात बच्ची का शव कुत्ते नोंचकर खा रहे थे उसका जन्म संजय गांधी अस्पताल के गायनी वार्ड में ही हुआ था। डॉक्टर्स की जांच में पता चला कि नवजात को गंभीर हृदय रोग था। काफी प्रयासों के बावजूद बच्ची ने जन्म के एक घंटे बाद ही दम तोड़ दिया था।

परिवार ने अस्पताल परिसर में ही दफना दिया था शव

रीवा में सामने आए इस दिल दहला देने वाले मामले में अस्पताल प्रशासन का कहना है कि नवजात बच्ची की मौत के बाद परिवार ने बिना अस्पताल को सूचित किए परिसर के अंदर ही शव को दफना दिया। आज सुबह कुत्तों ने शव को जमीन से निकाल लिया, तब ये घटना सामने आई।

परिवार ने की शिनाख्त

संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ डॉक्टर रत्नेश त्रिपाठी ने बताया कि परिवार नवजात बच्ची का शव देखकर स्वीकार कर लिया है कि शव उन्हीं की बच्ची का था। अब मामला पुलिस को सौंप दिया गया है। पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच में जुट गई है। अब तक यह पता नहीं चल सका है कि परिवार ने अस्पताल परिसर के अंदर ही बच्ची का शव क्यों दफना दिया?

सीएमओ बोले दुर्भाग्यपूर्ण घटना

सीएमओ डॉक्टर त्रिपाठी ने मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मामला पुलिस को सौंप दिया गया है और अस्पताल प्रशासन की ओर से भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

Published on:
07 Jan 2025 07:23 pm
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