Sambhal Violence News: यूपी के संभल में हिंसा के मामले (Sambhal Violence) में संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और स्थानीय सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
Sambhal Violence Update News: संभल जिले की जामा मस्जिद (Sambhal Jama Masjid) को हरिहर मंदिर बताते हुए दाखिल वाद के आधार पर सर्वे के लिए कोर्ट कमिश्नर की टीम पहुंची तो, संभल में बवाल (Sambhal Violence) हो गया। रविवार सुबह अचानक टीम के आने पर जुटी भीड़ मस्जिद में दाखिल होने कोशिश करने लगी। रोकने पर पुलिस पर पथराव कर दिया।
संभल बवाल (Sambhal Violence) के दौरान हुई पत्थरबाजी की घटना और पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज में 4 लोगों की मौत की जानकारी मिली है। वहीं अब हंगामे के बाद संभल जिले में बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा दी गई है। इसके अलावा इलाके में स्कूलों को भी बंद कर दिया गया है। अब पुलिस ने पूरे मामले को लेकर संभल कोतवाली में FIR दर्ज की है। FIR में सपा सांसद जियाउर्रहमान और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल के खिलाफ साजिश का मुकदमा दर्ज किया गया है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अखिलेश यादव ने सपा सांसद जिया उर रहमान पर हुई एफआईआर पर सवाल उठाए हैं। मामले में संभल पुलिस ने भी जवाब दिया। पुलिस का कहना है कि उन्हें पहले भी भड़काऊ भाषण नहीं देने के लिए नोटिस दिया गया था।
अखिलेश यादव ने कहा, "हमारे सांसद जिया उर रहमान संभल में थे ही नहीं, इसके बावजूद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दी गई। यह सरकार द्वारा किया गया दंगा है। कोर्ट द्वारा आदेश पारित किए जाने के तुरंत बाद ही पुलिस और प्रशासन सर्वे के लिए जामा मस्जिद पहुंच गए।
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23 नवंबर को पुलिस प्रशासन ने कहा कि अगली सुबह 24 तारीख को दूसरा सर्वे किया जाएगा। पुलिस प्रशासन को यह आदेश किसने दिया? जब लोगों ने सर्वे का कारण जानना चाहा तो सर्किल ऑफिसर ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। इसका विरोध करते हुए लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। बदले में पुलिस कांस्टेबल से लेकर अधिकारी तक सभी ने अपने सरकारी और निजी हथियारों से गोलियां चलाईं। जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग मौजूद है।
संभल हिंसा पर समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि "संभल में पुलिस प्रशासन ने जो घटना को अंजाम दिया है, उसने पूरी मानवता को झकझोर कर रख दिया है और प्रदेश और देश की छवि को धूमिल किया है...कल मैं प्रदेश में भी मौजूद नहीं था, संभल तो दूर की बात है, मैं इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की बैठक में शामिल होने बेंगलुरु गया था, लेकिन मेरे खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि यह पुलिस प्रशासन की साजिश है. जब जनता को पता ही नहीं है कि आप कब सर्वे के लिए आ रहे हैं, तो वे क्या साजिश करेंगे?... साजिश के तहत उन्होंने हथियारों का इस्तेमाल किया है, उन्होंने हमारे 5 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी है, कई अन्य घायल हैं, झूठा मामला दर्ज किया गया है...मैं चाहता हूं कि इन अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उन्हें सलाखों के पीछे डाला जाना चाहिए।