- नशे के खिलाफ दिलाई शपथ, 26 का आनंद कारज और पांच का वैदिक रीति से हुआ विवाह
श्रीगंगानगर. पदमपुर रोड स्थित गुरुद्वारा धन धन बाबा दीप शहीद में रविवार को जरूरतमंद परिवारों की 31 बेटियों का सामूहिक विवाह धूमधाम से किया गया। इस गुरुघर में 26 जोड़े आनंद कारज और पांच जोड़े हिन्दू वैदिक परपंरा के अनुरुप सात फेरों के साथ परिणय सूत्र में बंधे। इस आयोजन को लेकर सेवादारों को विभिन्न डयूटियां दी गई थी। सर्व धर्म की 31 लड़कियों के सामूहिक विवाह की खुशी में सुबह श्री अखंड पाठ साहिब किया गया। इससे पहले रविवार सुबह दस बजे श्री जपुजी साहिब जी के पाठ के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसके उपरांत चौपाई साहिब और श्री सुखमनी साहिब जी के पाठ किए गए। दरबार हाल को भव्य रूप से सजाया गया था। 31 लड़कियों के सामूहिक विवाह में 26 जोड़ो के सिख धर्म की रीति रिवाज के अनुसार श्री गुरु ग्रंथ साहिब की उपस्थिति में आनंद कारज़ किए गए और पांच जोड़ों के हिंदू धर्म के रीति रिवाज के अनुसार वैदिक रीति से उनके फेरे करवाए गए। सभी जोड़ों ने मिलकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष नतमस्तक हुए व अरदास में हाजिरी भरी। इस दौरान पारुल भाटिया ने सभी जोड़ो को शपथ ग्रहण करवाई गई।
गुरुद्वारा के मुख्य सेवादार तेजेन्द्रपालसिंहटिम्मा ने बताया कि सुबह दस बजे से ही गुरुघर में बारात आने का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे विवाह करने आए दूल्हा और दूल्हनों ने गुरुघर में आकर माथा टेका फिर 26 जोड़ो को आनंद कारज और पांच जोड़ों को वैदिक प्रक्रिया से शादी की रस्म अदायगी कराई गई। इसके बाद बारातियों और घरातियों के लिए लंगर बरताया गया।
इस सामूहिक विवाह के दौरान गुरुघर में मेले जैसा उत्साह नजर आया। सुबह से लेकर शाम चार बजे तक लोगों की आवाजाही बनी रही। नवदंपतियों को आशीर्वाद देने के दौरान गुरुद्धारा धन धन बाबा दीप सिंह जी शहीद में उनकी जरूरत का सारा सामान डबल बैड, पेटी, सिलाई मशीन, बर्तन, कपड़े, कम्बल, कुर्सी मेज के साथ साथ उनकी दैनिक दिनचर्या का सारा सामान उपलब्ध करवाया गया। इधर, इस आयोजन के लिए महिलाओं ने बर्तन धोने से लेकर दूल्हनों को तैयार करने के लिए अपनी भूमिका निभाई।