टीकमगढ़ जतारा सडक़ पर जाम लगाया और प्रदर्शन किया
आदेश के बाद भी सहकारी समितियों पर नहीं पहुंचा खाद
टीकमगढ़. जिला प्रशासन किसानों की समस्या हल करने में नाकाम दिखाई दे रहा है। अनेक प्रकार के आश्वासन देने के बाद भी रबी सीजन में खाद की पूर्ति नहीं कर पा रहा है। परेशान होकर किसानों ने गुरुवार को दोपहर एकत्र होकर टीकमगढ़ जतारा सडक़ पर जाम लगाया और प्रदर्शन किया। आनन-फानन में प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे। उन्होंने आश्वासन देकर जाम को खुलवा दिया है। जबकि इसके पहले खाद की मांग को लेकर एसडीएम, तहसीलदार का घेराव किया था। एक बार जतारा टीकमगढ़ सडक़ पर जाम लगाया था। उसके बाद भी जिम्मेदार खाद की व्यवस्थाएं नहीं कर पा रहे है।
बताया गया कि विगत दिन पहले जिला प्रशासन से सहकारी समितियों से नकद में खाद वितरण का आदेश दिया था। जिसमें जिले की ४० समितियां शामिल थी। गुरुवार की सुबह से किसान खाद लेने के लिए समितियों पर पहुंचे। सुबह से दोपहर तक लाइनों में लगे रहे, लेकिन खाद नहीं दिया। सभी किसान एकत्र हुए और टीकमगढ़ जतारा मार्ग पर चक्का जाम लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी लाइने दिखाई दी। जहां लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता। जिसका जिम्मेदार प्रशासन को ठहराया जा रहा है।
खाद की काला बाजारी पर लगाए आरोप, जाम खुलवाने पहुंचे अधिकारी
किसानों ने सहकारी समितियों के कर्मचारी पर डीएपी खाद ब्लैक में बेचे जाने का आरोप लगाया। चक्का जाम की जानकारी मिलते ही तहसीलदार वंदना सिंह, थाना प्रभारीअरविंद सिंह दांगी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को समझाइश दी। उसके बाद जाम को खोला गया।
इनका कहना
किसानों को डीएपी एवं यूरिया खाद नियम अनुसार उपलब्ध कराया जाएगा। अगर किसी भी समिति पर गड़बड़ी मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी।
शैलेंद्र सिंह, एसडीएम जतारा।