उन्नाव में सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती मनाई गई। इस मौके पर जिलाध्यक्ष ने कहा कि सरदार पटेल पहले प्रधानमंत्री होते तो देश की हालत कुछ और होती। सदर विधायक पंकज गुप्ता ने 2014 के बाद लोह पुरुष को सही सम्मान मिला है।
सरदार पटेल देश के पहले प्रधानमंत्री बने होते तो आज देश की तस्वीर कुछ और होती। उन्होंने 562 भारतीय रियासतों को एक माले में पिरोकर सशक्त भारत का निर्माण किया। सरदार पटेल पार्क में आयोजित एकता दिवस को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष अवधेश कटियार ने उक्त विचार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल जिस संकल्प के साथ देश को एकजुट किया। इस पथ पर चलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 को समाप्त किया और एक देश, एक विधान, एक निशान के संकल्प को और मजबूत किया।
अवधेश कटियार ने बताया कि लोह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती प्रतिवर्ष 31 अक्टूबर को मनाई जाती है। लेकिन इस वर्ष दिवाली के कारण 29 अक्टूबर को मनाया जा रहा है। इस मौके पर रन फॉर यूनिटी मैराथन का भी आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री की पहल पर 31 अक्टूबर पूरे भारत में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर रन फॉर यूनिटी मैराथन का आयोजन होता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सदर विधायक पंकज गुप्ता ने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद लोह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल को सही सम्मान मिला है। जिनका देश के लिए अतुलनीय योगदान है। गुजरात में सरदार सरोवर बांध के किनारे लोह पुरुष की लोकप्रिय प्रतिमा स्थापित की गई। अपने कार्य कौशल और बुद्धिमत्ता से उन्होंने जूनागढ़, हैदराबाद जैसे क्षेत्रों को का भारत में विलय किया। उनके पास कश्मीर विलय करने की जिम्मेदारी होती तो वहां ना तो 370 लगा होता और ना ही कश्मीरियों को ऐसे हालात से गुजरना पड़ता है। इस मौके पर एनसीसी कैडेट भी मौजूद थे। राष्ट्रीय एकता दौड़ का आयोजन भी किया गया। इस मौके पर बीजेपी के पदाधिकारी हुआ कार्यकर्ता मौजूद थे।
कार्यक्रम में जिलाध्यक्ष अवधेश कटियार, विधायक पंकज गुप्ता, जिला महामंत्री प्रवीण सिंह, आशीष बाजपेई, अटल, जिला उपाध्यक्ष महेश चंद्र दीक्षित, अनुराग अवस्थी, जिला कोषाध्यक्ष मनीष जायसवाल, जिला मीडिया प्रभारी समीर शुक्ला, मनोज निगम, सभासद नवीन सिंह, मंडल अध्यक्ष अवनीश गुप्ता, अमित त्रिपाठी, बृजेश पाण्डेय, डीसीडीएफ उपाध्यक्ष प्रियंका शुक्ला, महिला मोर्चा श्रद्धा बाजपेई, देशपाल रावत, एनसीसी कैडेट और स्थानीय लोग मौजूद थे।