mp sironj Vidisha news एमपी में जब संभागों, जिलों, तहसीलों के पुनर्गठन के लिए परिसीमन आयोग का गठन किया गया है और उसका काम चालू हो गया है तब एक चौंकानेवाली जानकारी सामने आई है।
एमपी में जब संभागों, जिलों, तहसीलों के पुनर्गठन के लिए परिसीमन आयोग का गठन किया गया है और उसका काम चालू हो गया है तब एक चौंकानेवाली जानकारी सामने आई है। प्रदेश में एक प्रसिद्ध जिले को तहसील बना दिया गया, स्टेटस घटाकर उसका बंटाढार कर दिया गया। जिला को तहसील बना दिए जाने से गुस्साए लोग आंदोलन कर रहे हैं। सालों की उनकी आस अब परिसीमन आयोग से पूरी होते दिख रही है। सिरोंज को जिला बनाने की मांग के समर्थन में बनी सर्वदलीय समिति आश्वस्त है कि उनका खोया गौरव दोबारा लौटेगा।
सिरोंज जिला बनाओ सर्व दलीय समिति भोपाल जाकर मध्यप्रदेश परिसीमन आयोग के अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव को ज्ञापन सौंप चुकी है। समिति सदस्यों के अनुसार सिरोंज को ज़िला बनाने की मांग के समर्थन में आए लोगों से मनोज श्रीवास्तव ने आर्थिक, प्रशासनिक, सामाजिक और भौगोलिक -ऐतिहासिक पहलुओं के बारे में भी जाना।
ज़िला था सिरोंज, बना दिया तहसील
सबसे खास बात यह है कि सिरोंज पहले जिला ही था जिसे बाद में तहसील बना दिया गया। मध्यप्रदेश के गठन के पहले सिरोंज राजस्थान की टोंक रियासत का ज़िला था। 1 नवंबर 1956 को जब मध्यप्रदेश का गठन हुआ तो सिरोंज को जिला की बजाए तहसील बना दिया गया।
जिले का स्टेटस घटाकर तहसील बना दिए जाने से सिरोंज वासी गुस्सा उठे। यहां के लोग 1956 से ही सिरोंज को दोबारा ज़िला बनाने के लिए आंदोलन चला रहे हैं। इसके लिए बाकायदा सिरोंज जिला बनाओ सर्व दलीय समिति बनी है जिसके तत्वावधान में धरना, प्रदर्शन, ज्ञापन का सिलसिला चलता रहा है।