Pakistan Balochistan Train Attack: पाकिस्तान ने कहा है कि उसके पास जाफर एक्सप्रेस यात्री ट्रेन पर हमला करने वालों के खिलाफ पुख्ता सुबूत हैं। इस हमले में कम से कम 30 पाकिस्तानी नागरिक मारे गए थे।
Pakistan Balochistan Train Attack: पाकिस्तान (Pakistan) ने बलूचिस्तान में हुई भीषण आतंकी हमले (Balochistan Attack) को लेकर बड़ा बयान दिया है। सरकार ने कहा है कि जाफर एक्सप्रेस (Jaffar Express) यात्री ट्रेन पर हुए हमले के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है और उनके पास इसके पक्के सुबूत मौजूद हैं। इस हमले में कम से कम 30 मासूम नागरिकों की जान गई और कई यात्रियों को आतंकवादियों ने बंधक बना लिया। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान मिशन के काउंसलर मोहम्मद जवाद अजमल (Muhammad Jawad Ajmal) ने'आतंकवाद( Terrorism) पीड़ित संघों के वैश्विक नेटवर्क' के लॉन्च पर भाषण देने के दौरान (UN Speech) अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वह इस तरह की घटनाओं के खिलाफ एकजुट होकर कार्य करे और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति दिखाए।
डॉन न्यूज के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र में 'आतंकवाद के पीड़ितों के संघों के नेटवर्क' के शुभारंभ पर एक राष्ट्रीय बयान देते हुए, अजमल ने जोर देकर कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी है कि वह आतंकवादी हमलों के पीड़ितों और उनके परिवारों का समर्थन करे, जिनका जीवन इन त्रासदियों के परिणामस्वरूप हमेशा के लिए बदल जाता है।
जवाद अजमल ने भविष्य में हमले रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल देते हुए आतंकवादियों और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराने तथा संघर्ष क्षेत्रों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए बिना किसी भेदभाव के एक समान, पीड़ित-केंद्रित दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया।
उन्होंने कहा, "यदि हमें पीड़ितों के लिए आगे का रास्ता प्रशस्त करना है, तो हमें संकीर्ण राजनीतिक हितों और भू-राजनीतिक एजेंडों से परे देखना होगा। हमें यह जांचने की आवश्यकता है कि वैश्विक रणनीतियों के बावजूद आतंकवादी खतरे क्यों बढ़ रहे हैं और पीड़ितों की संख्या में वृद्धि क्यों जारी है।"
पाकिस्तान ने बिना किसी भेदभाव के दक्षिणपंथी उग्रवाद, इस्लामोफोबिया, जातीय और भाषाई आतंकवाद, तथा विशेष रूप से राज्य प्रायोजित आतंकवाद सहित सभी प्रकार के आतंकवाद की निंदा की।
पाकिस्तानी प्रतिनिधि ने इस बात पर जोर दिया कि विश्व को आतंकवाद के मूल कारणों और इसके प्रसार को बढ़ावा देने वाली परिस्थितियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। आतंकवाद और आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए वैध संघर्ष के बीच स्पष्ट अंतर करना भी आवश्यक है।
उन्होंने राज्य प्रायोजित आतंकवाद को समाप्त करने की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए इस बात पर बल दिया कि एक सर्वसम्मत परिभाषा स्थापित की जानी चाहिए जो उभरते रुझानों को भी प्रतिबिंबित करे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया और डार्क वेब जैसे नए स्रोतों के माध्यम से घृणा और हिंसा भड़काने की चुनौतियों का भी सख्ती से मुकाबला करना चाहिए।
जवाद अजमल ने घृणास्पद भाषण, विदेशी द्वेष और इस्लामोफोबिया फैलाने वाले गलत सूचना अभियानों से निपटने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नैतिक और कानूनी जिम्मेदारी है कि वह आतंकवाद को समाप्त करने के लिए प्रभावी और निष्पक्ष कदम उठाए, चाहे वह किसी भी रूप में मौजूद हो। वहीं इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद जितना अधिक होगा, पीड़ितों की संख्या भी उतनी ही अधिक होगी।
पाकिस्तानी वाणिज्य दूत ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में भारतीय सेना के नियंत्रण वाले इलाके में हुए हालिया हमले पर टिप्पणी करते हुए कहा, "हम इस हमले में पर्यटकों के बहुमूल्य जीवन के नुकसान पर गहरा दुख और शोक व्यक्त करते हैं।" उन्होंने कहा कि हम मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। पाकिस्तान और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अन्य सदस्यों ने इस हमले की निंदा की है।
जवाद अजमल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान पिछले दो दशकों से आतंकवाद का सबसे बुरा शिकार रहा है। 80,000 से अधिक बहुमूल्य मानव जीवन की हानि और हजारों लोगों के घायल होने के बावजूद, पाकिस्तानी राष्ट्र का लचीलापन और साहस अजेय बना हुआ है। उन्होंने कहा कि हम अपनी कानून प्रवर्तन एजेंसियों और सशस्त्र बलों के शहीदों के परिवारों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए अनगिनत बलिदान दिए।