उत्तरी रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार के अनुसार 10 मेल और एक्सप्रेस व 27 पेसेनजर ट्रेन रद्द की गई है। इनके अलावा 16 ट्रेन का रास्ता बदलते हुए गंतव्य तक पहुंचने की व्यवस्था की गई है। इनके अलावा 18 ट्रेन का संचालन मार्ग छोटा किया गया है। जालंधर व अमृतसर के बीच ट्रेन संचालन बन्द किया गया है। रेलवे बोर्ड के चेयरमेंन अश्विनी लोहानी के अनुसार हादसा लेवल क्राॅसिंग पर नहीं हुआ। यह अमृतसर और मानावाला स्टेशनों के बीच मिड सेक्शन पर हुआ। रावण दहन के बारे में रेलवे को कोई सूचना नहीं दी गई थी और रेलवे से अनुमति नहीं मांगी गई थी। रावण दहन रेलवे की जमीन के नजदीक निजी जमीन पर आयोजित किया गया था।
लोहानी ने बताया कि मिड सेक्शन पर ट्रेन अपनी निर्धारित गति से चलती है और मिडसेक्शन पर लोगों की मौजूदगी नहीं मानी जाती। वहां रेलवे स्टाफ भी तैनात नहीं किया जाता है। लेवल क्रासिंग पर स्टाफ की तैनाती यातायात नियंत्रण के लिए की जाती है। इसीलिए रेल लाईन पर लोगों के जमा होने के बारे में रेलवे अवगत नहीं था।
उन्होंने बताया कि गेटमेंन 400 मीटर दूर लेवल क्राॅसिंग पर था। यदि ट्रेन चालक इमर्जेन्सी ब्रेक लगाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। लोहानी ने मध्यरात्रि हादसा स्थल का दौरा किया। उन्होंने कहा कि रेलवे लोगों को अतिक्रमण न करने के लिए सावचेत कर रहा है और यह अभियान आगे बढाया जाएगा।