लॉकडाउन में हॉस्टल में बंधक बनाकर रख गई थीं, प्रशासन ने मुक्त कराया
अमृतसर से 22 और पंजाब से 90 लड़कियों को तीन बसों से भेजा गया
नागालैंड की लड़कियां रवाना होने से पूर्व धन्यवाद ज्ञापित करती हुईं।
अमृतसर। नागालैंड की 22 लड़िकयों ने अमृतर से जिला उपायुक्त शिवदुलार सिंह ढिल्लन का आभार जताया है। वे उनके प्रति कृतज्ञ हैं। कारण है जिला उपायुक्त के प्रयासों से वे कैद से आजाद हो गईं और अपने घर रवाना हो गईं। कोरोनावायरस के कारण लॉकडाउन चल रहे देश में इस समय सबसे बड़ी खुशी है अपने घर जाना। वह इन्हें मिल गई। पंजाब से कुल 90 लड़कियों को नागालैंड भेजा गया है। दो महीने से वे परेशान थीं। खाने के भी लाले पड़ गए थे। रवाना होने से पहले लड़कियों ने मीडिया को पोस्टर दिखाए, जिन पर लिखा था- Thank You Shivdular singh Dillon IAS।
हॉस्टल में बंधक बनाकर रखा था नागालैंड से पंजाब के अमृतसर में आकर काम कर रही 22 लड़कियों को कोरोना महामारी में लॉकडाउन के दौरान एक हॉस्टल व होटल मालिक ने दो महीने तक बंधक बना रखा था। पड़ोसियों की सूचना पर पुलिस प्रशासन ने उन्हें ताला तोड़कर छुड़ाया था। अमृतसर के एलेग्जेंडर स्कूल प्रशासन व जिला प्रशासन ने बसों में चढ़ाकर नागालैंड वापस भेज दिया। सभी का जाने से पहले अलेक्जेंड्रा स्कूल में मेडिकल हुआ। उसके बाद उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग के साथ बसो में बैठा कर नागालैंड के लिए रवाना कर दिया गया।
90 लड़कियों को वापस भेजा प्रशासन द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अमृतसर से 22 और पूरे पंजाब से 90 लड़कियां तीन बसों में नागालैंड के लिए रवाना की गई है। घर जाते समय यह लड़कियां बहुत खुश थी और पंजाब सरकार का धन्यवाद कर रही थी।