जांच के स्थान पर घर भेज दिया हजूरी रागी ज्ञानी निर्मल सिंह नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित थे। ‘गुरबाणी’ के सभी रागों का ज्ञान रखने वाले 62 वर्षीय पूर्व ‘हजूरी रागी’ हाल ही में विदेश से लौटे थे। लौटने के बाद वह कुछ बीमार हुए तो खुद ही सिविल अस्पताल पहुंचे। फिर गुरुनानक देव अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने पल्ला झाड़ते हुए जाने को कह दिया था। इस पर उन्होंने पत्रकार अमृतपाल को फोन किया। अमृतपाल उनके साथ गुरुनानक देव अस्पताल के एसएमओ के पास गए। एसएमओ ने भी पल्ला झाड़ते हुए निर्मल सिंह को घर भेज दिया।
दूसरी बार भी नहीं की जांच इसके बाद शुक्रवार को भी निर्मल सिंह की तबीयत फिर से खराब हुई। पत्रकार और निर्मल सिंह फिर गुरुनानक देव अस्पताल पहुंचे। एसएमओ ने फिर पल्ला झाड़ते हुए उन्हें वापस भेज दिया। आखिरकार पांच दिन बाद बुधवार को जब उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ी तो जांच की गई। वह कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए थे।
अमृतपाल की जांच नहीं की इसके बाद अमृतपाल ने सरकारी मेडिकल कालेज की प्रिंसिपल व सिविल सर्जन को इसकी जानकारी देते हुए खुद की भी कोरोनावायरस की जांच करने का आग्रह किया। प्रिंसिपल ने जांच कराने के स्थान पर उन्हें भी घर भेज दिया गया। माना जा रहा है कि कोरोनावायरस के कारण बिगड़ रहे हालात के लिए कहीं न कहीं मेडिकल कॉलेज भी जिम्मेदार है। अमृतपाल को कोरोनावायरस का भय सता रहा है।
30 मार्च को भर्ती कराया था सरकारी मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सुजाता शर्मा ने बताया कि निर्मल सिंह की हालत बुधवार शाम को बिगड़नी शुरू हो गई थी। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। गुरुवार तड़के 4:30 बजे उनका निधन हो गया। डॉ. शर्मा ने बताया कि उन्हें 30 मार्च, 2020 को सांस लेने में दिक्कत और चक्कर आने की शिकायत के बाद गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया था।