मुख्यमंत्री ने कहा, मैं एक साधारण परिवार में पैदा हुआ और पला-बढ़ा हूं, इसलिये जमीनी स्तर पर अच्छी तरह से जुड़ा हुआ हूं, इसलिये मैं समाज के विभिन्न वर्गों की समस्याओं से अच्छी तरह वाकिफ हूं। मैंने लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया जायेगा और राज्य सरकार अब प्रत्येक नागरिक की समस्याओं को हल करने के लिये उनकी सेवा में है। हम राज्य की प्रगति और समृद्धि के लिये प्रतिबद्ध हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विदेशी निवेश बढ़ाने के लिये उन्होंने कई राजदूतों और राजनयिकों से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि इसका एकमात्र उद्देश्य राज्य के विकास को गति देना है ताकि लोगों को इसका पूरा लाभ मिल सके। निकट भविष्य में पंजाब पर्यटन उद्योग का केंद्र बनकर उभरेगा क्योंकि ऐसे प्रयास निश्चित रूप से सफल होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार एनआरआई समुदाय के जीवन को विदेशों की तरह आरामदायक और सुखद बनाने की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिये पूरी तरह से प्रतिबद्ध है ताकि पंजाब को उनके सपनों का घर बनाया जा सके। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि ‘वापसी’ का चलन शुरू हो गया है, जिससे न केवल युवा लोगों, विशेषकर उन लोगों के प्रवासन की उभरती प्रवृत्ति पर अंकुश लगेगा, जो सुनहरे सपनों की तलाश में विदेश जाना चाहते हैं। उन्होंने प्रवासी भारतीयों को पंजाब को देश का अग्रणी राज्य बनाने के इस नेक काम में सक्रिय भूमिका निभाने के लिये आमंत्रित किया।