scriptFlood from Pakistan: पाकिस्तान से आ रहे सतलुज के पानी से बीएसएफ के पांच बंकर ढहे | Five BSF bunkers collapsed due to water from Sutlej coming from Pak | Patrika News

Flood from Pakistan: पाकिस्तान से आ रहे सतलुज के पानी से बीएसएफ के पांच बंकर ढहे

locationअमृतसरPublished: Aug 24, 2019 06:39:13 pm

Submitted by:

Yogendra Yogi

Flood from Pakistan: पाकिस्तान से भारत में आए पानी ( Pakistan Water ) से सीमा सुरक्षा बल ( BSF ) के पांच बंकर ध्वस्त ( Five Bunker Destroy ) हो गए। बीएसएफ मोटर बोट के जरिए फिरोजपुर इलाके में पेट्रोलिंग कर रही है।

Flood from Pakistan: पाकिस्तान से आ रहे सतलुज के पानी से बीएसएफ के पांच बंकर ढहे

Flood from Pakistan: पाकिस्तान से आ रहे सतलुज के पानी से बीएसएफ के पांच बंकर ढहे

Flood from Pakistan: फिरोजपुर ( धीरज शर्मा ), पाकिस्तान से भारत में आए पानी ( Pakistan Water ) से सीमा सुरक्षा बल ( BSF ) के पांच बंकर ध्वस्त ( Five Bunker Destroy ) हो गए। भारत-पाक सीमा के जलमग्र होने से बीएसएफ मोटर बोट के जरिए फिरोजपुर इलाके में पेट्रोलिंग कर रही है। फिरोजपुर सीमा के साथ ( Indo-Pak Border ) पाकिस्तान की तरफ से सतलुज दरिया में रफ्तार से आ रहे पानी सीमा सुरक्षा बल के बंकरों में घुस गया। बीएसएफ की पोस्ट सम्मेके के पास से पाकिस्तान की तरफ से दरिया हुसैनीवाला हेड में प्रवेश कर रहा है और ये पानी बांध की मिट्टी को चीर रहा है। बांध कमजोर पड़ चुका है।
डूबेंगे कई गांव

इस बांध के टूटते ही कई सीमांत गांव पानी में डूब जाएंगे। वहीं पाक की तरफ से आ रहा ( Increasing Water ) पानी लगातार बढ़ रहा है। शनिवार दोपहर एक बजे तक पानी ने बीएसएफ के 5 बंकरों को ध्वस्त कर दिया था, जबकि दो बंकर गिरने के कगार पर थे। इसी तरह कई बंकर बांध के पानी की चपेट में हैं। पाक की तरफ से आ रहे पानी से कई जगहों पर फेंसिंग भी डूबी हुई है।
हरिके पत्तन हेड से पानी वापस भारत आता है

हरिके पत्तन हेड से जब पानी हुसैनीवाला हेड में छोड़ा जाता है तो ये पानी कई बार पाक में प्रवेश होकर भारत में घुसता है। पाक का हिस्सा बहुत गहरा है, ये पानी वहां पर एकत्र था, जो अब भारत में प्रवेश कर तबाही मचा रहा है। बांध को देखने के लिए पहुंचे ड्रेनेज विभाग के अधिकारियों के साथ ग्रामीणों की कहासुनी हो गई। ग्रामीणों ने ड्रेनेज विभाग के अधिकारियों से कहा कि जब बांध टूट जाएगा और गांव डूब जाएंगे तब वे बांध की मजबूती करेंगे। ड्रेनेज विभाग के एक्सईएन पवन बंसल और एसडीओ सुरेंद्र सिंह ने ग्रामीणों से कहा कि प्रत्येक गांव से पांच ट्रैक्टर-ट्रालियों का बंदोबस्त करें ताकि मिट्टी लेकर बांध पर डाली जाए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो