विपिन शर्मा की हत्या 30 अक्तूबर को हिनदिहाड़े हुई थी। इस हत्याकांड की 39 सेकेंड की एक क्लिप भी सामने आई थी। इस हत्या के विरोध में हिंदू संगठनों ने अमृतसर में प्रदर्शन किया था। कुंवर विजय प्रताप सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या पैसों के लेनदेन के चलते हुई और इसे कुख्यात गैंगस्टर्स ने अंजाम दिया था। उन्होंने इस घटना को आंतकवादी वारदात से जुड़े होने को खारिज करते हुए कहा कि कुछ लोग माहौल खराब करने के मकसद से आधारहीन बात कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही पूरे तथ्य सामने आ जाएंगे।
इधर, मामले की पड़ताल में जुटी अमृतसर पुलिस ने इस मामले में करीब 100 लोगों को संदेह के आधार पर राऊंडअप किया था। इनमें से कुछ को पूछताछ के बाद रिहा कर दिया गया। इसी दौरान पुलिस को हत्याकांड में कुख्यात गैंगस्टर सारज सिंह उर्फ मिंटु के संलिप्त होने की बात सामने आई। दरअसल, जिस जगह यह हत्याकांड हुआ था वहां एक सीसीटीवी फुटेज में एक हत्यारे के चेहरा सामने आ गया था। पुलिस अब मिंटू को गिरफ्तार करने की कोशिश में छापे मार रही है।
डीजीपी ने किया अमृतसर का दौरा
पंजाब पुलिस महानिदेशक सुरेश अरोड़ा ने आज अमृतसर का दौरा करके हिंदू नेता विपिन शर्मा के परिजनों से मुलाकात की। डीजीपी ने विपिन शर्मा के परिजनों को भरोसा दिया कि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
डीजीपी ने अमृतसर में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद उस जगह का भी दौरा किया जहां बीती 31 अक्टूबर को विपिन शर्मा को गोली मारी गई थी। पुलिस महानिदेशक ने दावा किया कि पुलिस ने विपिन शर्मा हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली है। यह पूरा मामला गैंगवार तथा बदलाखोरी का परिणाम है। इस मामले में किसी तरह की आतंकी संगठन की सक्रियता को नहीं जोड़ा जा सकता है।
अलबत्ता इससे पहले हुई घटनाओं में ऐसे कई सुराग मिले हैं जिनमें आतंकी गतिविधियों की मिलीभुगत से इनकार नहीं किया जा सकता है। कई मामलों की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है और बहुत एनआईए द्वारा भी जांच शुरू की जाएगी।