अब तक भाजपा पर खूब हमलावर रहे हैं सिद्धू
कांग्रेस में आते ही भाजपा नेताओं पर फब्तियां कसने वाले सिद्धू अब उलझन में फंसे दिखाई दे रहे हैं। प्रदेश की सत्तासीन सरकार में मंत्री पद पर रहते हुए भी कई तरह के प्रकरणों और मुख्यमंत्री ( Amrinder Singh ) से तकरार होने के कारण आखिरकार उन्होंने अपना इस्तीफा राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) को भेज दिया। जब दिल्ली में कोई समाधान नहीं निकला, तो अपने इस्तीफे को ट्वीट कर लोगों को जानकारी दी। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ( Capt. amrinder singh ) ने भी पहले तो कुछ दिन तक मामले को लटकाए रखा, लेकिन 20 जुलाई को उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। इसके बाद शनिवार को पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह ( Governer VP Singh ) को सिद्धू का इस्तीफा भेज दिया। राज्यपाल से भी मंजूरी मिलने के बाद सिद्धू ने चंडीगढ़ स्थित अपना सरकारी आवास को खाली करना शुरू कर दिया।
तो किस राह चलेंगे *****
नवजोत सिंह सिद्धू अपनी सबसे लंबी पारी भाजपा के साथ खेल चुके हैं। भाजपा में रहने के दौरान न सिर्फ वे सांसद रहे, बल्कि उनकी पत्नी ( Navjot Kaur ) तत्कालीन भाजपा-अकाली सरकार ( AKALI-BJP GOVERNMENT ) में प्रभावशाली मंत्री भी रहीं। सिद्धू को महत्वाकांक्षी नेता माना जाता रहा है। बादल परिवार ( Badal Family ) के भाजपा से अच्छे रिश्ते और पंजाब में प्रभाव को देख कर सिद्धू को भाजपा में अपनी दाल गलती नहीं दिखाई दी, तो उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा और पीएम मोदी सहित पूरी पार्टी पर ताबड़तोड़ हमले किए। अब जबकि सिद्धू की पारी कांग्रेस में समाप्त होती दिखाई दे रही है, तो राजनीतिक हलको में सवाल उठ रहे हैं कि क्या सिद्धू आम आदमी पार्टी या बैंस की लोक इंसाफ पार्टी ( Lok Insaaf Party ) का दामन थामेंगे या अपनी पुरानी पार्टी भाजपा का रुख करेंगे।