करीब ढाई बजे बिजली मंत्रालय को प्रभार मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपने पास ले लिया। जिसे पर्सनल विभाग द्वारा अधिसूचित कर दिया गया। शाम होते-होते नवजोत सिंह सिद्धू को बतौर मंत्री चंडीगढ़ के सैक्टर-दो स्थित कोठी नंबर 42 पर समर्थकों का आवागमन बढ़ गया। इस बीच हरियाणा में पंजीकृत दो गाडिय़ां सिद्धू के सरकारी आवास पर पहुंची। जो करीब दो घंटे तक सामान लोड कर अमृतसर के लिए रवाना हो गई।
इसी दौरान सिद्धू के सरकारी आवास पर मौजूद हास्पीटैलिटी विभाग के कर्मचारी ने बताया कि दो दिन पहले ही एक व्यक्ति अमृतसर से यहां आया था जो सिद्धू के पालतु कुत्ते को लेकर चला गया था। आज यहां रखा शेष सामान भी उठा लिया गया है।
आवास पर रहे अब चन्द कर्मचारी
महज एक दिन पहले तक कार्यकर्ताओं और समर्थकों की चहल पहल से आबाद रहने वाले नवजोत सिंह सिद्धू के सरकारी आवास पर शाम को सिर्फ सरकारी कर्मचारी बचे थे। इनमें सुरक्षा कर्मचारी भी शामिल थे। आवास के लॉन और गलियारों में राजनीति के अलावा अभाव अभियोग की बातें भी बंद हो गई। शाम से देर रात तक चकाचौंध रहने वाले सिद्धू के आवास में रोशनी तो नजर आई, लेकिन लोगों की चहल पहल थम चुकी थी और वहां सन्नाटा छाया हुआ था। आवास पर मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि दोपहर से ही सैकडों कार्यकर्ताओं और समर्थकों के टेलीफोन आ रहे हैं, सभी लोग सिद्धू की उपस्थित के बारे में जानकारी लेना चाह रहे थे। उन्होंने बताया कि सुबह कुछ सरकारी अधिकारी आए थे, लेकिन दोपहर बाद से कोई नहीं आया।
सिद्धू का विवादों से रहा है नाता
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