अमृतसर

बसंत पंचमी पर शहीदों को भी करें नमन

पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रो लक्ष्मीकांत चावला ने कहा कि बसंत पंचमी के दिन ही चौदह वर्षीय हिंदू बालक ने अपना सिर दिया था, धर्म नहीं छोड़ा था। उन्होंने कहा यह भी याद रखना है कि 14 फरवरी को ही पुलवामा में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हुए थे। हमारा यह राष्ट्रीय कर्तव्य है कि केवल बसंत का त्यौहार अपनी खुशियों के लिए मनाकर न रुकें, अपितु उन्हें याद करें जिन्होंने धर्म और देश के लिए बलिदान दिया था।

अमृतसरFeb 12, 2024 / 07:01 pm

MAGAN DARMOLA

बसंत पंचमी पर शहीदों को भी करें नमन

पंजाब के पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रो लक्ष्मीकांत चावला ने राज्य भर के सभी मंदिरों और मंदिर प्रबंध समितियों के प्रमुखों से बसंत पंचमी पर शहीदों को भी नमन करने का आग्रह किया है। प्रो. चावला ने कहा कि पंजाब के राष्ट्रप्रेमी और धर्म प्रेमी भाई-बहनों से, सभी मंदिरों के प्रमुखों से तथा सभी राष्ट्र भक्तों से यह आग्रह है कि उन शहीदों को कभी मत भूलें जिनके कारण आज हम हिंदू सिर उठाकर दुनिया में चल रहे हैं एवं देश स्वतंत्र है।

उन्होंने कहा कि विशेषकर बसंत पंचमी के दिन जो लोग धूमधाम से बसंत का त्यौहार मनाते हैं उनको यह याद करवाना है कि बसंत पंचमी के दिन ही चौदह वर्षीय हिंदू बालक ने अपना सिर दिया था, धर्म नहीं छोड़ा था। उसका आधा शरीर जमीन में गाड़कर लाहौर के मुगलों के शासन में पत्थर मारे गए और फिर सिर काट दिया गया। उसका यही उद्घोष था कि मैं मुसलमान नहीं बनूंगा। हिंदू रहते ही बलिदान दूंगा।

पूर्व मंत्री ने कहा कि इसके साथ यह भी याद रखना है कि 14 फरवरी को ही पुलवामा में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हुए थे। आतंकियों ने उन पर हमला किया था। हमारा यह राष्ट्रीय कर्तव्य है कि केवल बसंत का त्यौहार अपनी खुशियों के लिए मनाकर न रुकें, अपितु उन्हें याद करें जिन्होंने धर्म और देश के लिए बलिदान दिया था। शहीदों को याद करना ही ईश्वर की और भारत माता की सच्ची पूजा है।

Hindi News / Amritsar / बसंत पंचमी पर शहीदों को भी करें नमन

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.