बताया जाता है कि चंडीगढ़ के 32 साल के एडवोकेट सुदर्शन कुमार अपने परिवार के साथ कार में आ रहे थे। वह जगराओं के श्री नानकसर गुरुद्वारा साहिब के पास पहुंचे तो उनकी कार अनियंत्रित गई। इससे कार सडक़ की दूसरी साइड चली गई और एक ट्रक से टकरा गई। इससे एडवोकेट सुदर्शन कुमार, उनकी पत्नी और साढ़े तीन साल की बेटी की मौत हो गई।
दुर्घटना में कार में सवार दो अन्य लोग घायल हो गए। उनको पुलिस ने लुधियाना के डीएमसीएच में भर्ती कराया। दोनों की हालत गंभीर बताई जारी है। तीनों मारे गए लोगों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए गए हैं। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
सडक़ हादसे में पहलवान सुखचैन सिंह चीमा की मौत
पंजाब के पटियाला में बीती रात हुए सडक़ हादसे में द्रोणाचार्य अवार्डी पहलवान सुखचैन सिंह चीमा की मौत हो गई। सुखचैन सिंह चीमा रूस्तमे हिंद पहलवान केसर सिंह के पुत्र थे। सडक़ हादसे में चीमा की मौत की खबर मिलते ही पहलवानों में शोक पाया जा रहा है।
घटना संगरूर मार्ग को चंडीगढ़ से जोडऩे वाले बाईपास पर गांव मैण के निकट हुई है। हादसे में दूसरी गाड़ी के चालक की भी मौत होने की खबर है। पटियाला में ही कुश्ती अखाड़ा चलाने वाले पहलवान सुखचैन सिंह चीमा अपनी कार में सवार होकर निजी काम से घर लौट रहे थे।
इसी दौरान बाईपास पर तेज रफ्तार आल्टो कार ने चीमा की गाड़ी को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर लगने के बाद चीमा की कार निकटवर्ती पटियाला ड्रेन में जा गिरी और चीमा की मौत हो गई। चीमा के पुत्र पलविंद्र सिंह ने बताया कि उसके ताया निर्मल सिंह यूएसए से आज देररात पटियाला पहुंचेंगे।
उसके बाद शुक्रवार को उनके पिता का अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुखचैन सिंह चीमा बीएसएफ में कमांडैंट के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद पटियाला में ही अखाड़ा चला रहे थे। उनका बेटा डीएसपी पलिवंदर सिंह चीमा भी कॉमनवेल्थ खेलों का विजेता है। बहरहाल पुलिस इस हादसे में कार्यवाही शुरू कर दी है।