नेहरू लियाकत समझौता
उन्होंने कहा कि यह कानून आज से नहीं बना बल्कि महात्मा गांधी ने 1947 में ही यह शब्द कहे थे कि कोई भी गैर मुस्लिम अगर पाकिस्तान, अफगानिस्तान या मुस्लिम देश में परेशान हैं तो वह भारत में नागरिकता ले सकता है। यही ‘नेहरू लियाकत समझौता’ 1950 में भी हुआ था। इसमें अल्पसंख्यकों को पूर्ण सुरक्षा देने के लिए कहा गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो सिर्फ उस कानून को लागू किया है जिसमें अल्पसंख्यकों व गैर मुस्लिमों को भारत में नागरिकता देने की बात कही गई है ना कि उनकी नागरिकता छीनने की बात।
जो भारत में रह रहा है वह भारत का ही नागरिक है। नेहरु लियाकत समझौता 1950 में हुआ था, जिसमें अल्पसंख्यकों को पूर्ण सुरक्षा देने की बात कही गई थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो सिर्फ उस कानून को लागू किया है जिसमें अल्पसंख्यकों वगैर मुस्लिमों को भारत में नागरिकता देने की बात कही गई है ना कि उनकी नागरिकता छीनने की बात की गई जो भारत में रह रहे हैं।