scriptवाह रे यूपी पुलिस! जीवित बेटी की हत्या के आरोप में पिता और भाई को भेजा जेल, 11 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज | Case registered against 11 policemen in fake honor killing case | Patrika News

वाह रे यूपी पुलिस! जीवित बेटी की हत्या के आरोप में पिता और भाई को भेजा जेल, 11 पुलिसकर्मियों पर केस दर्ज

locationअमरोहाPublished: Oct 25, 2021 11:20:53 am

Submitted by:

lokesh verma

अमरोहा में जीवित बेटी को मृत दिखाकर ऑनर किलिंग में पिता-भाई समेत तीन लोगों को जेल भेजने के मामले अधिकारी समेत 11 पुलिसकर्मियो के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया गया है। यह मामला अमरोहा जिले के आदमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव का है।

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अमरोहा. जीवित बेटी को मृत दिखाकर ऑनर किलिंग में पिता-भाई समेत तीन लोगों को जेल भेजने के मामले अधिकारी समेत 11 पुलिसकर्मियो के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर केस दर्ज किया गया है। बता दें कि प्रेमी संग फरार हुई किशोरी की हत्या दिखाकर आदमपुर थाना पुलिस ने ऑनर किलिंग में सबूतों के साथ पिता-भाई समेत तीन लोगों को जेल भेज दिया था। जबकि बाद में किशोरी जिंदा प्रेमी के घर मिली थी और शादी भी कर चुकी थी। इसके बाद पिता-भाई और रिश्तेदार को जेल से रिहा कर दिया गया था।
दरअसल, यह घटना अमरोहा के आदमपुर थाना क्षेत्र के एक गांव की है। जहां से 20 फरवरी 2019 को एक किसान की नाबालिग बेटी लापता हो गई थी। इस मामले में लापता लड़की के भाई ने पांच लोगों के खिलाफ बहला-फुसला कर ले जाने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन इसके बावजूद लड़की बरामद नहीं हुई। मामले को गंभीरता से लेते तत्कालीन एसपी डाॅ. विपिन ताडा ने विवेचना आदमपुर के तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार शर्मा को सौंप दी। उन्होंने मई 2019 में मामले का अनोखा खुलासा करते हुए पिता-भाई और रिश्तेदार पर ही गोली मारकर हत्या करने और शव को गंगा में बहाने के लिए आरोपी बना दिया। इतना ही नहीं प्रेस कांफ्रेंस में मृतका के कपड़े, तमंचा और कारतूस की बरामदगी भी दिखा दी। इसके बाद तीनों को जेल भेज दिया।
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डेढ़ साल बाद जीवित मिली बेटी

7 अगस्त 2020 को बेटी जीवित मिली थी। उसने प्रेमी से विवाह कर लिया था और उनके एक बेटा भी था। बेटी के जिंदा मिलने के बाद पुलिस की खूब किरकिरी हुई। इस मामले में तत्कालीन एसपी ने कोतवाल अशोक शर्मा को सस्पेंड कर दिया। वहीं, अदालती कार्रवाई के बाद तीनों को जेल से रिहा कर दिया गया था। जेल से छूटने के बाद पीड़ित ने प्रभारी निरीक्षक समेत 14 पुलिसकर्मियों के खिलाफ याचिका दायर की थी। अब अदालत के आदेश पर इस मामले में प्रभारी निरीक्षक समेत 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
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