दरअसल, अमरोहा जिले के नौगावां सादात क्षेत्र के एक व्यक्ति ने एक आरटीआई लगाते हुए प्रशासन से जानकारी मांगी थी कि पिछले दो साल में सामूहिक विवाह योजना का लाभ कितने लोगों को मिला है। सूचना के अधिकार के तहत बाकायदा नामों की सूची समेत विवरण मांगा गया था। इसके जवाब में जो सूची मिली उसने सभी को हैरान कर दिया। इस सूची में आरटीआई लगाने वाले व्यक्ति के परिचित अली हैदर का नाम भी शामिल था। इसके बाद उन्होंने तत्काल अली हैदर को इसकी जानकारी दी।
इस पर अली हैदर ने बताया कि नगर पंचायत के अधिकारियों-कर्मचारियों ने सामूहिक विवाह योजना के तहत उनकी शादी नाज बतूल से होने की जानकारी दी है, जिसमें दोनों के नाम शामिल हैं। हैदर ने बताया कि मौजूदा समय में नाज कक्षा दसवीं की छात्रा है और वह नाबालिग है। अली हैदर का आरोप है कि जब उन्होंने नगर पंचायत के अधिकारियों के साथ कस्बे के कुछ लोगों पर फर्जी सामूहिक विवाह में नाम दर्ज कराकर पैसा हड़पने की बात कही तो बाद में दोनों का फर्जी तलाकनामा भी बना दिया गया।
नौगावां सादात अधिशासी अधिकारी संदीप कुमार ने बताया कि शिकायत मिली है। इसमें किसकी लापरवाही है, इसकी जांच कराई जा रही है। जांच के बाद जो भी अधिकारी-कर्मचारी दोषी पाया जाएगा। उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। वहीं अली हैदर ने इस मामले की शिकायत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखा है।