आयुध निर्माण फैक्ट्री स्थित धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ और आगजनी, मौके पर पुलिस फोर्स तैनात
इतना बढ़ता जा रहा पानी
यहां बता दें कि बुधवार को भी हरिद्वार और बिजनौर बैराज से गंगा में एक लाख 84 हजार 541 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया। बाढ़ खंड के जेई प्रदीप कुमार ने बताया कि तिगरी में दूसरे दिन भी गंगा का जल स्तर 200.25 गेज मीटर रिकार्ड किया गया। वहीं गंगा लगातार उफान पर है। फिर भी रोजाना औसतन डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। जिसके चलते बाढ़ से राहत के आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं।
इन गांवो में हालात खराब
गंगा के पार स्थित गांव लठीरा, ओसीताजगदेपुर, दारानगर, शीशोवाली, टीकोवाली, ढाकोवाली, जाटोवाली, मंदिर वाली भुड्डी आदि में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। दारानगर और शीशोवाली में लोग तेजी से सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। इस कारण इन गांवों में सन्नाटा पसरा हुआ है। अधिकांश घरों में चूल्हे तक नहीं जल रहे हैं। गंगा के किनारे और गंगा के पार बसे गांवों की हालात काफी खराब है। उधर, गंगा के तेजी से कटान करने के कारण गंगा किनारे बसे मकानों को भी खतरा हो चला है।
बीस किलो अनाज देकर नाव का इंतजाम
जब प्रशासन से मदद की आस नहीं दिखी तो लोगों ने हर घर से बीस किलो अनाज देकर नाव का इंतजाम किया हैं। हालत बेहद भयावह हैं। यही नहीं अंदरूनी इलाकों में न अभी तक प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे हैं और न ही उनके सियासी नुमाइंदे।