शनिवार की सुबह जब घर के सब लोग खेतों पर गए हुए थे। तभी प्रेमी अपनी प्रेमिका के घर पहुंच गया। इसी बीच किशोरी का पिता घर पहुंच गया और दोनों को आपत्तिजनक हालत में पकड़ लिया। इसके बाद गांव के संभ्रांत लोगों के बीच बैठकर पंचायत हुई। किशोरी के पिता ने शर्त रखी कि उसी लड़के के साथ बेटी का निकाह कराया जाए। नहीं तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी। मुकदमे के डर से लड़के के परिजन निकाह को राजी हो गए। निकाह शनिवार रात लगभग आठ बजे होना तय हुआ।
इसी बीच निकाह की तैयारी चल रही थी। दोनों पक्ष के परिजन व निकाह पढ़ाने वाले इमाम, गांव के ही कुछ संभ्रांत लोग निकाह की रस्म करने के लिए तैयारियों को अंतिम रूप देने लगे। तभी किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। पुलिस को आता देख मौके पर मौजूद लोगों में खलबली मच गई। पुलिस ने नाबालिग प्रेमी युगल के निकाह को अवैध बताते हुए रुकवा दिया। इसके बाद प्रेमी युगल, उनके परिजनों व इमाम को थाने ले जाया गया। समझाया कि बालिग होने तक निकाह नहीं किया जाए। चेतावनी देकर सभी को छोड़ दिया।