अब आर्थिक रूप से कमजोर इस परिवार के सामने बेटे के इलाज का संकट खड़ा हो गया है। युवक के पिता जहां मकान गिरवी रख इलाज की तैयारी कर रहे हैं। वहीं बुजुर्ग मां बेटे को अपनी किडनी देने की बात कही है। अब यह परिवार जिलाधिकारी से किडनी ट्रांसप्लांट करने की अनुमति लेने की तैयारी कर रहा है।
जानकारी के अनुसार, अमरोहा कोतवाली क्षेत्र के शाही चबूतरा मोहल्ले में मजदूर अब्दुल अली परिवार के साथ रहते हैं। अब्दुल के परिवार में पत्नी खैरूलनिशा के अलावा उनके सात बच्चे भी हैं। बताया जा रहा है कि अब्दुल के बेटे उसमान (30 वर्ष) को करीब 6 माह पहले बुखार आ गया था।
काफी इलाज के बाद भी जब उसमान की हालत में सुधार नहीं हुआ तो चिकित्सकों ने उसे मेरठ रेफर कर दिया। मेरठ में जांच के बाद परिजनों को पता चला कि उसमान की दोनों ही किडनी खराब हो गई हैं। परिवार के आर्थिक हालात खराब होने के बावजूद उन्होंने उसमान को कई शहरों के बड़े अस्पतालों में दिखाया, लेकिन सभी जगह किडनी ट्रांसप्लांट के लिए कहा गया।
बता दें कि अब्दुल बेटे उसमान के इलाज में अभी तक 5 लाख से अधिक रुपये खर्च चुके हैं। इसलिए वह कर्ज के बोझा तले दब चुके हैं। अब उन्होंने फैसला लिया है कि वह उसमान की किडनी ट्रांसप्लांट कराएंगे और इसके लिए वह अपना मकान गिरवी रखेंगे।
वहीं उसमान की मां खैरूलनिशा ने बेटे को किडनी देने का निर्णय लिया है। मां खैरूलनिशा का कहना है कि वह अपने बेटे को किडनी दूेगीं। वह हर हाल में बेटे को स्वस्थ देखना चाहती हैं। अब माता-पिता किडनी ट्रांसप्लांट कराने के लिए कागजी कार्रवाई कर रहे हैं। इसके लिए वह गुरुवार को डीएम उमेश मिश्र से अनुमति लेंगे।