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जिले के 137 हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल प्राचार्य की कुर्सी पर मंडराया खतरा

locationअनूपपुरPublished: Aug 09, 2019 03:35:46 pm

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति लेगी साक्षात्कार, लचर प्रदर्शन वाले प्राचार्यों का होगा बदलाव

137 High and Higher Secondary School Principal's chair threatened

जिले के 137 हाई और हायर सेकेंडरी स्कूल प्राचार्य की कुर्सी पर मंडराया खतरा

अनूपपुर। जिले में वर्ष २०१८-१९ के हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के आए निराशाजनक परिणामों के बाद शिक्षा की गुणवत्ता की सुधार में जिला प्रशासन ने अनोखी पहल की है। इसमें अब जिला प्रशासन द्वारा गठित समिति पिछले तीन साल के परीक्षा परिणामों और कम आए परिणामों में उनके द्वारा अपनाए गए कार्ययोजनाओं के आधार पर स्कूल की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इसके लिए समिति स्कूलों में पदस्थ प्राचार्यो का साक्षात्कार लेंगी, जहां साक्षात्कार में लचर प्रदर्शन करने वाले प्राचार्यो को बदल उनके स्थान अन्य शिक्षकों को स्कूल की जिम्मेदारी सौंपेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन के नेतृत्व में खुद कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर की अध्यक्षता में समिति में जिला पंचायत सीईओ सरोधन सिंह, प्राचार्य नवोदय अमरकंटक एवं प्राचार्य केवी धनपुरी सदस्य के रूप में शामिल हैं। इसके लिए १५ अगस्त बाद साक्षात्कार का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही अब जिले के समस्त ५८ हाईस्कूल सहित ७९ हायर सेकेंडरी स्कूली प्राचार्यो की कुर्सी के उपर साक्षात्कार का खतरा मंडराने लगा है। जानकारी के अनुसार पिछले तीन साल वर्ष २०१६-१७, २०१७-१८, २०१८-१९ के परीक्षा परिणामों में जिले के ३० हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के परिणाम न्यून आए थे। जिनका परिणाम अधिकतम २९.६३ तथा न्यनूतम ४ प्रतिशत तक आया था। वहंी वर्ष २०१८-१९ में आए परिणामों में ६-९ प्रतिशत की गिरावट पर कलेक्टर ने नाराजगी जताते हुए जिम्मेदारों की ही व्यवस्था बदलने का फैसला लिया है। शासकीय स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर का मानना है क्षेत्र के विकास के लिए शिक्षा अहम है। इसके लिए जिले के माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के प्राचार्यों की गम्भीरता एवं दायित्व के लिए उपयुक्तता की जांच करने के लिए समिति का गठन किया है। जिले के 5८ माध्यमिक एवं ७९ उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के छात्रों के पिछले 3 वर्षों के 10 वीं एवं 12 वीं के शिक्षा परिणामों की जानकारी के साथ विद्यालय के प्राचार्य 500 शब्दों में शैक्षणिक स्तर के सुधार के लिए अपनी कार्ययोजना समिति के समक्ष प्रस्तुत करेंगे। इस कार्ययोजना एवं पिछले 3 वर्षों के परिणामों को दृष्टिगत रखते हुए समिति साक्षात्कार उपरांत प्राचार्यों के पद में बने रहने की उपयुक्तता पर निर्णय लेगी। जो प्राचार्य उपयुक्त नहीं पाए जाएंगे ऐसे स्कूलों के लिए अन्य शिक्षकों से पदपूर्ति के लिए आवेदन प्राप्त किए जाएंगे एवं समिति द्वारा साक्षात्कार उपरांत पदस्थापना की जाएगी।
कलेक्टर के अनुसार जिले में संचालित १३७ उच्च शिक्षण संस्थानों में पढने वाले छात्रों को बेहतर शिक्षा की आवश्यकता होती है। बोर्ड परीक्षा के परिणाम आगामी कक्षा के नामांकन का आधार होती है। और १२वीं के परिणाम कॉलेज नामांकन का विकल्प।
बॉक्स: पिछले तीन सालों का परीक्षा परिणाम
१०वीं कक्षा के परिणाम-
वर्ष दर्ज सम्मिलित उत्र्तीण उत्र्तीण प्रतिशत
२०१६-१७ ८०७६ ७९१२ ४६५० ५८.८३
२०१७-१८ ८३६६ ८२४८ ५५६० ६७.५९
२०१८-१९ ९४०४ ९२५२ ५४७७ ५९.२१
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१२वीं कक्षा के परिणाम-
वर्ष दर्ज सम्मिलित उत्र्तीण उत्र्तीण प्रतिशत
२०१६-१७ ५९१२ ५८५२ ४३४८ ७४.२९
२०१७-१८ ५६०३ ५५५४ ३५८३ ६४.५२
२०१८-१९ ६६७९ ६६३३ ४२३८ ६३.९२
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वर्सन:
१५ अगस्त के बाद साक्षात्कार का आयोजन किया जाएगा, इसमें सभी हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल प्राचार्य के साक्षात्कार होंगे। जिसकी कार्ययोजना और परिणाम बेहतर होगा उनकी पदस्थापना बनी रहेगी और जिनका लचर होगा उन्हें बदला जाएगा।
चंद्र मोहन ठाकुर, कलेक्टर अनूपपुर।
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