scriptआसमान से बरपा कहर आकाशीय बिजली से 3 की मौत, ओलावृष्टि में रबी फसलों को भारी नुकसान | 3 killed due to sky-hit sky, heavy losses to rabi crops in hail | Patrika News

आसमान से बरपा कहर आकाशीय बिजली से 3 की मौत, ओलावृष्टि में रबी फसलों को भारी नुकसान

locationअनूपपुरPublished: Mar 16, 2019 12:46:13 pm

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

दस मिनट तक आसमान से गिरती रही सफेद मोती, तेज हवाओं में उड़े घरों के छप्पर व उखड़ गए पेड़

3 killed due to sky-hit sky, heavy losses to rabi crops in hail

आसमान से बरपा कहर आकाशीय बिजली से 3 की मौत, ओलावृष्टि में रबी फसलों को भारी नुकसान

अनूपपुर। राजस्थान के उपर बने प्रेरित चक्रवात में बदले मौसम के मिजाज में शुक्रवार का दिन अनूपपुर जिले के लिए आफत भरा दिन साबित हुआ। जिले के सभी अनूपपुर, कोतमा, जैतहरी और पुष्पराजगढ़ विकासखंड के अधिकांश हिस्सों में दोपहर तेज गरज के साथ मूसलाधार बारिश और ८-१० मिनट तक जोरदार ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि इतनी संघनित थी कि पूरी धरती चंद मिनटों में ही सफेद चादरों में तब्दील हो गई। जबकि लगभग पौने घंटे की झमाझम बारिश की बौछार में खेत-खलिहानों में पानी भर आया, सडक़ें नालों में तब्दील हो गई। आंवला आकार के गिरे ओलों से अनुमान है कि सब्जी और खेतों में तैयार रबी की फसलों को भारी नुकसान होगा। इस दौरान तेज हवाओं में कई स्थानों पर घरों के छप्पर उड़ गए तथा पेड़ जड़ सहित धराशायी हो गई। यहीं नहीं बारिश के दौरान जैतहरी में आकाशीय बिजली की चेपट में आने से एक अधेड़ की मौत भी हो गई। हालंाकि दो दिनों से लगातार बारिश के कारण अब मौसम में ठंडक बन आई और जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कृषि विभाग का मानना है कि आंवला आकार के गिरे ओलावृष्टि में सर्वाधिक चार मुख्य फसलों चना, सरसो, महुआ और आम के साथ मौसमी सब्जियों को नुकसान है। इसके अलावा दलहनी फसलों में मटर, मसूर, अरहर जो तैयार होकर कटाई में लगी है इसके भी नुकसान होगा। हालांकि कृषि विभाग ने माना है कि कल और आज हुई ओलावृष्टि के साथ मूसलाधार बारिश से जिले के समस्त रबी फसलों को नुकसान है और अभी बारिश की सम्भावना बनी हुई है। दूसरी ओर किसानों का कहना है कि जिले में लगभग ८० प्रतिशत से अधिक किसान असिंचित रकबे पर रबी फसल की बुवाई करते हैं। असिंचित रकबे में बोई गई फसलों को भारी नुकसान है, क्योंकि इनकी बुवाई दीपावली के आसपास हो जाती है और मार्च माह होली के समय इनकी कटाई होती है। जिसके कारण अब ओला या बारिश होने पर इनके दाने चोटिल होकर झड़ जाते हैं। जबकि पानी से दानों की चमक भी फीकी हो जाती है और भंडारित अनाज जल्द खराब हो जाते हैं। वहीं असिंचित फसल फसलों की बुवाई नम्बर दिसम्बर से लेकर जनवरी के प्रथम सप्ताह तक की जाती है। ये फसलें अप्रैल माह तक तैयार होती है। जिसमें इनको अधिक नुकसान की सम्भावना कम होती है। विदित हो कि जिले वर्ष २०१८-१९ के लिए अनूपपुर जिले में रबी फसल ७४ हजार ४०० हेक्टेयर भूमि में लक्षित की गई है। जिसमें गेहूं २०.५० हजार हेक्टेयर, जौ एवं अन्य अनाज ०.०७ हेक्टेयर, चना १८.३० हजार हेक्टेयर, मटर २.६० हजार हेक्टेयर, मसूर १६.६० हजार हेक्टेयर, अन्य दलहन ०.२२ हजार हेक्टेयर, सरसो ७.४० हजार हेक्टेयर, अलसी ८.७० हजार हेक्टेयर सहित गन्ना ०.०१ हजार हेक्टेयर पर बुवाई की गई है।
बॉक्स: आकाशीय बिजली की चपेट में अधेड़ की मौत, हवाओं में पेड़ हुए धराशायी
शुक्रवार की दोपहर से आरम्भ हुई बारिश और ओलावृष्टि में जिले के अलग अलग स्थानों पर आकाशीय बिजली की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। पहली घटना जैतहरी थाना क्षेत्र तथा दूसरी राजेन्द्रग्राम थाना क्षेत्र की है। जैतहरी थाना क्षेत्र के ग्राम महुदा के सगरा तालाब के पास 48 वर्षीय अधेड़ राम सरोधन राठौर की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गई। दोपहर लगभग 12.30 बजे राम सरोधन राठौर पिता झगरू राठौर अपने खेत से वापस घर आ रहा था। रास्ते में सगरा तालाब के पास आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौके पर मौत हो गई। जबकि राजेंद्रग्राम थाना के ग्राम बहपुर के कचनार टोला के पास जोहिला नदी में मछली मारने आए दो लोगों की आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई । दोपहर 3बजे चार लोग जोहिला नदी में मछली मार रहे थे, अचानक बारिश होने के कारण पेड़ के नीचे बैठे थे। उसी समय आकाशीय बिजली गिरने से 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मरने वालों में ३२ वर्षीय जगन्नाथ पिता छंगा माझी निवासी तथा ४५ वर्षीय शिवप्रसाद माझी पिता लामू दोनों निवासी ग्राम भेजरी है। सम्भावना है कि दो अन्य दूसरी पेड़ के पास छिपे रहे, जिसके कारण दो अन्य बच गए।
बॉक्स: नालों में तब्दील हुई शहर की सडक़ें, तेज हवाओं में पेड़ हुए धराशायी
पिछले दो दिनों से जोरदार बारिश की बौछार में अनूपपुर सहित जिले की समस्त नगरीय क्षेत्रों की सडक़ें नालों के रूप में नजर आने लगी है। अनूपपुर जिला मुख्यालय स्थित अनूपपुर-जैतहरी मुख्य मार्ग की निर्माणाधीन दो किलोमीटर लम्बी सडक़ ७० फीट चौड़ी नालें में तब्दील नजर आई। इसके अलावा सब्जी मंडी पानी से भर गया। वहीं अन्य वार्डो में पानी निकासी के अभाव में जगह जगह पानी भर गया। यही हालात कोतमा, बिजुरी, पसान, भालूमाड़ा जैतहरी में बनी नजर आई। जबकि भालूमाड़ा के वार्ड ११ में मकान पर इमली का विशाल पेड़ गिर गया। बिजुरी में भी अधिकांश स्थानों पर पेड़ जड़ से जमीन पर धराशायी हो गई। राजनगर में भी सडक़ किनारे खड़ी लिप्टस पेड़ तेज हवाओं में जड़ से उखडक़र जमीन पर जा गिरी।
बॉक्स: 24 घंटे में जिलें में 10.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज
अधीक्षक भू-अभिलेख अनूपपुर के अनुसार जिले में बीते 24 घंटे में 10.1 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान वर्षामापी केन्द्र अनूपपुर में 24.1 मिमी, कोतमा में 47.0 मिमी, बिजुरी में 9.8 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो