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लतार गांव के 6 हजार की आबादी पानी की समस्या से प्रभावित, 15 हैंडपम्प जलापूर्ति के लिए हो रहे नाकाफी

locationअनूपपुरPublished: May 24, 2019 12:57:08 pm

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

नलजल योजनाएं बनी शोपीस, 5 समर्सिबल पंप में एक में मशीन की जगह लगा दिया हैंडपम्प

6,000 population of Lart village affected by water problem, 15 handpum

लतार गांव के 6 हजार की आबादी पानी की समस्या से प्रभावित, 15 हैंडपम्प जलापूर्ति के लिए हो रहे नाकाफी

भालूमाड़ा। अनूपपुर जनपद अंतर्गत ग्राम लतार के वार्ड क्रमांक 2 की लगभग ९०० आबादी पानी की समस्या से जूझ रही है। जबकि २० वार्डो की लगभग ६ हजार की आबादी पानी की समस्या से त्रस्त है। पानी की पूर्ति के लिए वार्डवासी ४ किलोमीटर बांध से तथा अन्य वार्डो में चालू हालत में हैंडपम्पों से जलापूर्ति कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि स्व. रामशरण द्विवेदी निवास में २० दिन पूर्व चालू हालत की बोर पम्प भी फेल हो गई है। जिसके कारण वहां लगभग हजारों परिवारों को अब पानी के लिए दूर जाना पड़ रहा है। जबकि वार्ड क्रमांक २ में ही बस स्टैंड के पास पानी की समस्या को दूर करने वर्ष २०१३ में पीएचई द्वारा बोर कराया गया था, लेकिन बोर कर उसे यूं ही छोड़ दिया। विभाग वालों का कहना था कि यहां पानी नहीं है। जिसके कारण पिछले पांच सालों से लोग पानी के लिए भटक रहे है। बताया जाता है कि वार्ड में पानी की किल्लत होने पर पूर्व में जिला जनपद सदस्य माया चौधरी ने विभागीय सूचना देकर बोर में समर्सिबल पंप डालकर नल जल योजना चालू करने का अपील की। लेकिन विभाग के लोगों ने कोई ध्यान नहीं दिया है। जिसके बाद जपं सदस्य ने जनसुनवाई में शिकायत की गई, जहां आनन फानन में विभाग द्वारा बोर में हैंडपंप लगा कर चले गए। ग्र्रामीणों के अनुसार वार्ड २ में ९०० की आबादी में एक हैंडपम्प कितना घरों की पानी पूर्ति करा पाएगा। जबकि वर्ष २०१३ में ही गांव में नलजल योजना के तहत 5 बोर कराए गए थे। जिनमें समर्सिबल मोटर डालकर पानी सप्लाई करना था। जिसमें 4 स्थानों पर मोटर लगाई गई। वहीं पांचवी मोटर वार्ड ०२ बस स्टैंड के पास लगाना था। लेकिन पीएचई विभाग ने मोटर की जगह हैंड पंप लगाकर खानापूर्ति कर दी। यहां पानी का कोई दूसरा विकल्प नहीं है। तालाब सूख गया है, कुआं नहीं है। समरसेबल पंप डालकर नल जल से सप्लाई करने से लोगों के घरों तक पानी पहुंच सकता था। जबकि कलेक्टर ने पीएचई के अधिकारी को निर्देशित किए थे कि वार्ड 2 बस स्टैंड के पास समर्सिबल पंप लगाया जाए। लेकिन कलेक्टर के आदेश को भी धता बताते हुए विभाग द्वारा हैंडपंप लगा दिया गया है।
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