अनूपपुर

3200 परिवारों को मिल रहा एक दिन बाद 15-20 मिनट पानी, 45 हजार आबादी पर भी मंडराया जलसंकट

बिजुरी के दो वार्डो में गहराया जलसंकट, पानी की मात्रा कम होने पर कॉलरी कर रही कटौती

अनूपपुरApr 12, 2019 / 08:49 pm

Rajan Kumar Gupta

3200 परिवारों को मिल रहा एक दिन बाद 15-20 मिनट पानी, 45 हजार आबादी पर भी मंडराया जलसंकट

अनूपपुर। बिजुरी नगरपालिका में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी गर्मी की तपिश में पानी की समस्या ने नगरवासियों की बेचैनी बढ़ा दी है। पानी की समस्या से सबसे अधिक प्रभावित वार्डो में ८ से १५ तक की दो बड़ी वार्डो ९ और १२ में निवासरत लगभग ३२०० परिवारों को पानी उनकी आवश्यकतानुसार नहीं उपलब्ध हो पा रहे हैं। इन दोनों वार्डो के परिवारों को एक दिन के बाद दूसरे दिन पानी के लिए इंतजार करना पड़ता है। लेकिन यह पानी भी १५-२० मिनट तक के लिए ही नसीब हो पा रहा है। जिसके कारण दोनों वार्डो लोगों को पानी की जरूरतों को पूरा करने आसपास के वार्डो की ओर भाग दौड़ करनी पड़ रही है। वार्डवासियों का कहना है कि इन वार्डो में बिजुरी भूमिगत कोयला खदान से सीधे पाईपलाईन के माध्यम से पानी की आपूर्ति कराई जाती है। लेकिन हरेक गर्मी के सीजन में खदान के अंदर पानी की मात्रा कम होने पर कॉलरी द्वारा जलापूर्ति में कमी कर दी जाती है। अभी तो एक दिन के बाद भी हमें १५-२० मिनट के लिए पानी मिल पा रहा है। कभी कभी तो दो दिनों तक पानी की उपलब्धता नहीं होती। इसमें आसपास के हैंडपम्पों से पानी भरकर लाना पड़ता है। यहां भी स्थिति यह बनती है कि डिब्बों की लम्बी कतार बन आती है। बताया जाता है कि बिजुरी भूमिगत खदान से कोलरी द्वारा वार्ड क्रमांक १ से ६ तक जहां कॉलरी के अधिकारी व कर्मचारी निवासरत है उनके लिए जलापूर्ति कराई जाती है। जबकि वार्ड क्रमांक ७ कपिलधारा और दलदल जहां वरिष्ठ अधिकारियों का निवास है यहां पानी की उपलब्धता कोरजा भूमिगत खदान से सीधे कराया जाता है। लेेकिन इसके अलावा अन्य वार्डो ८ से लेकर १५ वार्ड तक के लिए नगरपालिका द्वारा जलापूर्ति कराई जाती है। इसके लिए नगरपालिका बिजुरी ने दो फिल्टर प्लांट की स्थापना की। जिसमें बेनीबहरा गांव में बहेराबांध भूमिगत खदान से सीधी पाईप लाईन के माध्यम से स्थापित फिल्टर प्लांट तथा दूसरा भगता भवनिया वार्ड क्रमांक १५ में स्थापित फिल्टर प्लांट। लेकिन इन फिल्टर प्लांट से वार्ड क्रमंाक १०, १५ व १३ वार्ड के ही कुछ हिस्सों को जलापूर्ति सम्भव हो पाता है। शेष वार्डो में परिवहन के माध्यम से जलापूर्ति कराया जाता है। लेकिन इस वर्ष नगरपालिका द्वारा पानी परिवहन के लिए वाहनों का टेंडर प्रक्रिया पूरा करने के कारण यहां भी पानी की समस्या ने नागरिकों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। जिसके कारण बिजुरी के ४५ हजार की आबादी पर इस वर्ष जलसंकट का साया मंडराता दिख रहा है।
बॉक्स: ७० सालों में बिजुरी में स्थायी पेयजल समस्या का समाधान नहीं
लगभग ४५-५० हजार की आबादी वाले बिजुरी नगरपालिका क्षेत्रवासियों को इस वर्ष भी पानी की समस्या से जूझना होगा। आजादी बाद पिछले ७० सालों में बिजुरी में स्थायी पेयजल समस्या का समाधान नहीं किया गया है। इसके अलावा नगरीय क्षेत्र के लिए पानी परिवहन जैसी व्यवस्था में इस वर्ष नगरपालिका प्रशासन द्वारा टेंडर प्रक्रिया ही पूरी नहीं की गई है। जबकि नगरपालिका के पास खुद की जल परिवहन के लिए पर्याप्त ट्रैक्टर वाहन संसाधनों का अभाव बना हुआ है। इसके अलावा बिजुरी भूमिगत खदान, कोरजा भूमिगत खदान, बहेराबांध खदान से बिजुरी नगरपालिका के लिए आने वाला पानी भी दिनोंदिन कम पड़ता जा रहा है।
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.