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तीन साल से बिना शिक्षक संचालित हो रहा हाईस्कूल, विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय बनता जा रहा है

locationअनूपपुरPublished: Jul 28, 2019 03:05:50 pm

Submitted by:

amaresh singh

माध्यमिक स्कूल के शिक्षक लगा रहे भालूमाड़ा हाईस्कूल की कक्षाएं, उन्नयन के बाद आज तक नहीं हुई शिक्षकों की भर्ती

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तीन साल से बिना शिक्षक संचालित हो रहा हाईस्कूल, विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय बनता जा रहा है

अनूपपुर/भालूमाड़ा। नगर में पिछले 10 वर्षो से हाईस्कूल की मांग पर वर्ष 2016-17 में शिक्षा विभाग द्वारा शासकीय माध्यमिक स्कूल भालूमाड़ा क्रमांक 1 को हाईस्कूल में उन्नयन तो कर दिया, लेकिन शिक्षा विभाग यहां शिक्षकों की पदस्थापना करना भूल गए। एक भी शिक्षक की पदस्थापना नहीं होने के कारण पिछले तीन साल से कक्षा 9 एवं 10 के छात्र-छात्राओं का नाम बिना शिक्षा ग्रहण किए सरकारी रजिस्टरों में दर्ज हो रहा हैं। हाई स्कूल के उन्नयन के बाद यहां कक्षा 9 व10 में प्रतिवर्ष छात्रों की संख्या तो बढ़ी, लेकिन इन छात्रों का दुर्भाग्य है कि उन्हें पढ़ाने के लिए शिक्षक भी नहीं मिला।

100 से अधिक छात्र-छात्राएं अध्ययनरत
वर्तमान में हाईस्कूल में 100 से अधिक छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं। लेकिन उन्हें हाईस्कूल की शिक्षक की जगह माध्यमिक स्कूल के शिक्षक अपना ज्ञान दे रहे हैं। जिसके कारण स्कूल में अध्ययरन स्कूली विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय बनता जा रहा है। बताया जाता है कि उन्नयन के बाद माध्यमिक स्कूल की प्राचार्य को प्रभारी प्राचार्य बनाया गया था। प्रभारी प्राचार्य द्वारा जमुना संकुल प्रचार से शिक्षकों की मांग की गई तो विभाग द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया गया। इस वर्ष भी जिला शिक्षा विभाग द्वारा जमुना संकुल प्राचार्य को व्यवस्था के लिए कहा गया। दो माह से अधिक समय गुजर गए शिक्षकों की व्यवस्था नहीं हो सकी है। हाई स्कूल में पिछले 3 वर्षों से माध्यमिक के 3 शिक्षकों द्वारा कक्षाएं संचालित कराई जा रही है। नतीजतन ना तो माध्यमिक के छात्रों की पढ़ाई हो पा रही और ना ही हाई स्कूल के छात्रों की। जबकि माध्यमिक स्कूल की कक्षा 6,7,8 तथा हाईस्कूल की कक्षा 9-10 की कुल 5 कक्षाओं में केवल 3 शिक्षक हैं। रोजना दो कक्षाओं में शिक्षक ही नहीं होते। यही नहीं स्कूल में विषयवार खासकर गणित, विज्ञान और अंग्रेजी के शिक्षक नहीं होने से दसवीं का परीक्षा परिणाम इस वर्ष सबसे न्यूनतम रहा है। 42 बच्चों में केवल 7 बच्चे ही पास हो पाए। जबकि इस वर्ष दसवीं में लगभग 50 बच्चे हैं।
अतिथि शिक्षकों की भी नहीं हुई भर्ती
3 वर्षों से संचालित हाई स्कूल में अतिथि शिक्षकों की भर्ती भी नहीं की जा रही है। शिक्षा विभाग के अधिकारी ने अतिथि शिक्षकों की भर्ती को यह कहकर मना किया है कि यहां पद स्वीकृत नहीं है। यह स्थिति सिर्फ यहां की नहीं बल्कि वर्ष 2017 में अनूपपुर जिले के तीन माध्यमिक स्कूलों को हाई स्कूल में उन्नयन किया गया, इनमें अनूपपुर विकासखंड के शासकीय हाई स्कूल भालूमाड़ा, शासकीय हाईस्कूल बॉडीखार व जैतहरी ब्लाक में शासकीय हाई स्कूल केल्हारी में आज तक शिक्षकों के पद स्वीकृत नहीं हुए हैं। भालूमाड़ा स्कूल को छोड़कर बॉड़ीखार एवं केल्हारी में नियमित रूप से अतिथि शिक्षकों की भर्ती कर छात्रों की पढ़ाई कराई जा रही है। आदिवासी विभाग के सहायक आयुक्त डीएस राव ने कहा कि नए स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना नहीं हो पाई है, शिक्षकों की भर्ती होगी तभी रेगुलर शिक्षक मिल सकेंगे। अतिथि शिक्षकों के लिए बीईओ से बोलकर व्यवस्था कराई जाएगी। कलेक्टर चन्द्रमोहन ठाकुर ने कहा कि स्कूल में शिक्षक नहीं है मामले की जानकारी लेकर बात करता हूं।

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