तालाब में उतर रहा खदान का काला पानी, कोरजा वार्डवासी उपयोग करने को मजबूर
अनूपपुरPublished: Aug 03, 2020 08:17:40 pm
हैंडपम्प के सहारे वार्डवासी, खदान के कारण नहीं उठ रहा क्षेत्र का जलस्तर
तालाब में उतर रहा खदान का काला पानी, कोरजा वार्डवासी उपयोग करने को मजबूर
अनूपपुर। बिजुरी नगर का वार्ड क्रमांक १३ कोरजा गांव को कॉलरी के काले पानी से मुक्ति नहीं मिल रही है। नगरीय क्षेत्र का हिस्सा होते हुए एक हजार की आबादी वाले इस वार्ड में लोग काला पानी पीने को विवश है। ५ साल पूर्व पानी की समस्या पर ग्रामीणों की मांग में कॉलरी ने बिना फिल्टर प्लाट के कोरजा खदान का काली पानी सीधे खदान से वार्ड के तालाब में उतार दिया था। जिसके कारण अब तालाब के पानी का रंग भी कोयले के सामान काला दिखता है। तालाब का यह काला पानी बर्तन धोने तथा निस्तार कार्य में उपयोग किया जाता है। जबकि नगरीय प्रशासन द्वारा लोगों की जलापूर्ति सुविधा के लिए लगाए गए ११ हैंडपम्प में कुछ हैंडपम्प चालू है और आधा से अधिक बेकार है। हाल के दिनों में जिले में हुई बारिश के बाद भी क्षेत्र का जलस्तर उपर नहीं उठ रहा है। खदानों के कारण इन ८ हैंडपम्पों से रह-रहकर थोड़ा पानी की धार निकलकर बंद हो जाता है। पानी की समस्या से बचने ग्रामीणों द्वारा निजी खर्चो पर घरों में कराए गए कुंए ने भी जलस्तर के अभाव में भरा नहीं है। जिसके कारण वार्डवासियों के साथ साथ वार्ड से सटे ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या बनी हुई है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि पानी की समस्या से पिछले पांच सालों से कोरजावासी परेशान है। पहले इस तालाब में बारिश का पानी भरे रहने से लोग नहाने के साथ साथ घरेलू उपयोग भी कर लिया करते थे। लेकिन बाद में कॉलरी प्रशासन ने कोरजा भूमिगत खदान से निकलने वाले काला पानी को सीधे तालाब में उतार दिया है, जिसके कारण आज यह तालाब सिर्फ सामान्य जरूरतों तक सीमित रह गई है। उल्लेखनीय है कि बिजुरी से सटे तीन गांवों भगता, कैनापारा तथा कोरजा को भी नगरीय क्षेत्र में शामिल किया गया है। लेकिन आज भी इन गांवों की दशा नगरीय क्षेत्र में तब्दील नहीं हो सकी है।
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