अनूपपुर। हमेशा अमानक खाद्यान्न को राशन की दुकानों पर भेजने और करोड़ों के खाद्यान्न को अपने ही गोदामों में खराब करने के मामले में सुर्खियों में बने रहने वाले सजहा वेयरहाउस प्रबंधक पर अब विभाग ने अंकुश लगा दिया है। सकरा शासकीय राशन की दुकान से निगरानी समिति द्वारा लौटाए गए २४५ क्विंटल गेहूं और चावल के खेप पर विभागीय अधिकारियोंं ने ९ अप्रैल को सजहा वेयरहाउस की जांच की। और गोदामों में भंडारित गेहूं और चावल के स्टैक की जांच करते हुए आगामी तीन माह तक राशन की दुकानों पर भेजे जाने वाले खाद्यान्नों का चयन किया। साथ ही विभागीय अधिकारियों ने सजहा वेयरहाउस प्रबंधक से बांड भरवाते हुए तीन माह तक उन्हीं स्टैक के खाद्यान्न राशन की दुकानों पर भेजने की बात कहते हुए अन्य अमानक खाद्यान्न भेजने और शिकायत मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी एके श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में कलेक्टर ने गम्भीरता ली है। जिसमें विभागीय जांच के प्रतिवेदन को कलेक्टर को भेजा जा रहा है। जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि ९ अप्रैल को जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी, जिला नागरिक आपूर्ति प्रबंधक, वेयरहाउस प्रबंधक अनूपपुर, जेएसओ पुष्पराजगढ़, क्वालिटी इंस्पेक्टर ने सजहा वेयरहाउस प्रबंधक के साथ गोदामों की जांच की। जिसमें वेयरहाउस में वर्तमान में ९८६१ क्विंटल गेहूं और २०८१३ क्विंटल चावल का भंडारण पाया। इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने अप्रैल-मई और जून माह के लिए गोदामों में लगे स्टैक का निरीक्षण करते हुए मानक खाद्यान्नों का चयन किया और वेयरहाउस प्रबंधक सजहा से बांड पेपर भरवाते हुए सलेक्टिव स्टैक के खाद्यान्नों को ही अनूपपुर और पुष्पराजगढ़ की शासकीय राशन की दुकानों पर भेजने पर सहमति बनाई। साथ ही बांड में इस बात को भी स्पष्ट कराया गया कि चयनित स्टैक के अलावा अन्य स्टैक से आपूर्ति किए गए अनाज पर विभाग प्रबंधक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी करेगा। इसके लिए सभी राशन दुकान और निगरानी समिति को भी अगाह किया गया है कि वे दुकानों पर आने वाले खाद्यान्नों की जांच कर ही वितरण कराए। अगर खराब अनाज का वितरण होता है तो सेल्समैन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जबकि गोदामों से आने वाले खाद्यान्न जांच में अमानक पाए जाते हैं तो इसकी सूचना तत्काल विभाग को दें। बॉक्स: ये था मामला २ अप्रैल को सजहा वेयरहाउस से सकरा शासकीय राशन दुकान के लिए खाद्यान्न का खेप लेकर वाहन क्रमांक एमपी 18 जीए 3511 पहुंची थी। राशन उतारने के दौरान चावल और गेंहू की बोरियां पर जाला पाया गया। सेल्समैन ने निगरानी समिति को सूचना दी। नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा भेजे गए खाद्यान्न में चावल 108.15, गेहूं 137.20, नमक 12.36 एवं शक्कर 1.62 क्विंटल शामिल था। निगरानी समिति ने गुणवत्ता जांच में चावल में जाला के साथ अधिक कनकीयुक्त और गेहूं को भी अमानक पाया। जिसे उपभोक्ताओं को बांटने योग्य नहीं होने पर चावल एवं गेहूं की वापस करवाते हुए सिर्फ नमक 12.36 एवं शक्कर 1.62 क्विंटल रखवा कर पंचनामा तैयार किया। बॉक्स: ५५८० क्विंटल चावल और ८५०५ क्विंटल गेहूं चयनविभागीय अधिकारियों ने गोदामों में भंडारित ९८६१ क्विंटल चावल के ४ स्टैक से ५५८० क्विंटल तथा गेहूं के २०८१३ क्विंटल भंडारित ५ स्टैक से ८५०५ क्विंटल गेहूं चयनित किया है। शेष को सुरक्षित रखने निर्देश दिए हैं। इन अनाजों को एफएक्यू के साथ एनालिस कर क्वालिटी इस्पेक्टर द्वारा चयनित किया गया था। वर्सन: अमानक खाद्यान्न पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई थी, जिसमें विभागीय अधिकारियों के साथ गोदाम का निरीक्षण करते हुए खाद्यान्न के स्टैक का सलेक्शन किया गया है। तीन माह तक उन्हीं खाद्यान्न को राशन दुकान पर भेजना होगा, अन्य के भेजने पर कार्रवाई की जाएगी। एके श्रीवास्तव, जिला खाद्य आपूर्ति विभाग अधिकारी अनूपपुर। [typography_font:18pt;” >——————————————-