अनूपपुर। कोतमा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत चंगेरी मार्ग स्थित पुल के धराशायी होने से ग्रामीणों का आवागमन प्रभावित हो रहा है। यहां रेलवे ने कोतमा-बिजुरी रेलखंड पर बनी समपार फाटक को बंद करने के उपरांत अंडरब्रिज का निर्माण कराया था। जिसमें रेलवे अंडरब्रिज से होने वाली आवाजाही के लिए पहुंच मार्ग बनाते हुए उनमें दो स्थानों पर पुल का भी निर्माण कराया था। लेकिन अब ये दोनों पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। माना जाता है कि इस पुल के क्षतिग्रस्त होने का मुख्य कारण इनपर होने वाली रेत परिवहन से जुड़ी भारी वाहन हैं। जिसके निर्माण और सुधार में अब रेलवे द्वारा दूरी बनाई जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि ग्रामीण परिवहन व्यवस्था के अनुसार रेलवे द्वारा ये दोनों पुल निर्माण कराए थे। लेकिन चंगेरी रेत खदान से निकलने वाले भारी वाहनों की आवाजाही के कारण टूट चुके हैं। जिसकी मरम्मत ना हो पाने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि केवई नदी चंगेरी घाट से प्रतिदिन अवैध रूप से रेत की चोरी करते हुए इसका परिवहन भारी वाहनों के माध्यम से इस मार्ग से किया जाता था। जिसके कारण यह पुल क्षमता से अधिक परिवहन किए जाने के कारण टूट गया है।बॉक्स: मरम्मत में विभाग नहीं दे रहा ध्यानरेत के अवैध उत्खनन व परिवहन मे लगे माफियाओं की वजह से ग्रामीण सडक़ टूट जाने से जहां ग्रामीणों का आवागमन इससे प्रभावित हो रहा है। वहीं दूसरी ओर रेलवे विभाग इसकी मरम्मत कराने में कोई रुचि नहीं ली जा रही है। बताया जाता है कि इनमें एक पुल लगभग सालभर पूर्व ही टूट गई थी। जबकि दूसरी पुल हाल के दिनों में क्षतिग्रस्त हुई है। [typography_font:18pt;” >——————————————