बुद्धिमता से भालू के हमले में बाल बाल बचा ग्रामीण: भालू ने पीछे से किया हमला, ग्रामीण ने सिर बचाने मुंह की ओर बढ़ा दिए अपने हाथ
बुद्धिमता से भालू के हमले में बाल बाल बचा ग्रामीण: भालू ने पीछे से किया हमला, ग्रामीण ने सिर बचाने मुंह की ओर बढ़ा दिए अपने हाथ
बुद्धिमता से भालू के हमले में बाल बाल बचा ग्रामीण: भालू ने पीछे से किया हमला, ग्रामीण ने सिर बचाने मुंह की ओर बढ़ा दिए अपने हाथ
बच्चे के आगे बढऩे पर भालू ने ग्रामीण को छोड़ा, हाथ जख्मी
अनूपपुर। कहते हैं समय पर बुद्धि का उपयोग कर अपने जीवन को मौत से पीछे खींचा जा सकता है। ऐसा ही कुछ बिजुरी थाना के भाटाडांड गांव में १९ जुलाई को घटी, जहां जंगल से अपने दो नन्हें बच्चे के साथ खेत की मेढ़ से गुजर रही मादा भालू ने पास के खेत में काम कर रहे ३५ वर्षीय ग्रामीण कमलेश प्रसाद केवट पिता समन केवट पर हमला कर दिया। खेत में अकेला काम कर रहे ग्रामीण ने अचानक पीछे से किसी के आने की आहट सुन पलट कर देखना चाहा, लेकिन सामने भालू के सिर पर हमले को देखकर उसके होश उड़ गए। कमलेश भालू को देख खेत में लुढक गया और भालू के मुंह में अपना हाथ बढ़ा दिया। जिसमें कमलेश का दांया हाथ जख्मी हो गया। परिजनों ने कमलेश यादव को उपचार के लिए बिजुरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया, लेकिन बाद में उसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया। ग्रामीण कमलेश के अनुसार वह सुबह ८ बजे के आसपास खेत में काम रहा था तभी किसी के आने की आहट पर वह चौक पीछे पलटा, तभी देखा कि भालू उसके सिर पर हमला करने ही वाला था, इसी दौरान उसने झट से अपना सिर पीछे करते हुए अपना बांया हाथ भालू के मुंह की ओर बढ़ा दिया। सिर की जगह हाथ आने पर भालू ने उसके हाथ को ही अपने जबड़े में दबा लिया। लेकिन तभी भालू के दोनों बच्चे आगे बढ़ गए, भालू भी अपने दोनों बच्चों को सुरक्षित आगे बढ़ता देख कमलेश की हाथ को छोड़ अपने बच्चों की ओर दौड़ लगा दी। कमलेश केवट का कहना है कि अगर थोड़ी से चूक हुई होती तो भालू उसके सिर पर हमला कर मौत की नींद सुला देता। फिलहाल कमलेश केवट का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टरों के अनुसार इस हमले में कमलेश के हाथ में जख्म के अलावा किसी प्रकार के फैक्चर नहीं आए हैं। विदित हो कि अक्सर भालू हमले में मानव के गर्दन या सिर वाले हिस्से पर अपनी मजबूत जबड़े व दंातों से प्रहार करता है। जिसमें अधिकंाश शिकार गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। इसमें सिर के उपरी हिस्से बुरी तरह जख्मी होने के साथ साथ शरीर के अंग भी नासुर बन गए हैं। लेकिन यह पहली बार हुआ जब किसी भालू के हमले में ग्रामीण सही सलामत बच निकला।
Home / Anuppur / बुद्धिमता से भालू के हमले में बाल बाल बचा ग्रामीण: भालू ने पीछे से किया हमला, ग्रामीण ने सिर बचाने मुंह की ओर बढ़ा दिए अपने हाथ