जैतहरी से कोतमा नेशनल हाइवे से जुड़ेगी बाईपास सडक़, दर्जनों गांव को मिलेगा लाभ
अनूपपुरPublished: Oct 23, 2021 11:53:34 am
भारी वाहनों के शहरी क्षेत्र में प्रवेश से रोकने 2240.43 करोड़ की लागत से निर्माण की तैयारी, विभाग ने भेजा प्रस्ताव


जैतहरी से कोतमा नेशनल हाइवे से जुड़ेगी बाईपास सडक़, दर्जनों गांव को मिलेगा लाभ
अनूपपुर। जैतहरी स्थित मोजरबेयर पावर प्लांट सहित पेंड्रा और बिलासपुर की ओर जाने वाली भारी वाहनें अब अनूपपुर नगरीय क्षेत्रों में प्रवेश नहीं कर सकेगी। वहीं वाहन चालकों को धुमावदार सडक़ की बजाय बाइपास सडक़ से सीधे हाइ-वे तक पहुंचाया जाएगा। इसमें जहां बिलासपुर की ओर से जैतहरी आने वाली सभी भारी वाहनों के साथ शहडोल या कोतमा की ओर जाने वाले यात्री अनूपपुर आने की बजाय सीधे आगे की यात्रा से जुड़ जाएंगे, वहीं बाइपास मार्ग के निर्माण से दर्जनों गांव को लम्बी-चौड़ी सुविधायुक्त नई डामरीयुक्त सडक़ मिल जाएगी। इसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग ने सीएम घोषणा में शामिल हर्री-बर्री से पसला मुख्य बाइपास मार्ग निर्माण का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा है, जिसमें सम्भावनाएं हैं कि जल्द ही शासन द्वारा निर्माण की अनुमति प्रदान कर दी जाएगी। यह बाइपास मार्ग दो मुख्य मार्गो अनूपपुर-जैतहरी-बिलासपुर मुख्य मार्ग को शहडोल-कोतमा नेशनल हाइवे ४३ मार्ग से जोड़ेगा। लगभग ८.२ किलोमीटर लम्बी यह सडक़ २२ करोड़ ४० लाख ४३ हजार रूपए की प्रस्तावित योजना के तहत प्राक्कलित की गई है। विभाग ने इस बाइपास मार्ग का प्रस्ताव मई २०२१ में तैयार किया था। यह सडक़ ७ मीटर चौड़ी बनाई जाएगी। इसमें ग्रामीण अचंल के कुछ स्थानों पर सुरक्षा दृष्टि को देखते हुए विभाग द्वारा डायवर्सन मार्ग भी बनाया जाएगा। हालांकि इस मार्ग के बीच आने वाले सोननदी पुल का निर्माण कार्य अधूरा है, जिसे लेकर विभाग असमंजस्य की स्थिति में है। लेकिन विभाग का कहना है कि पुल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, अप्रोच मार्ग के कार्य बचे हुए हैं, जिसे पुल निगम द्वारा तैयार किया जाना है। पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा हर्री-बर्री गांव से लेकर पसला तक सडक़ का निर्माण कराएगी।
बॉक्स: इन गांवों को बाइपास मार्ग का मिलेगा लाभ
विभागीय जानकारी के अनुसार बाइपास मार्ग के निर्माण से सबसे अधिक ग्रामीण क्षेत्रों को मिलेगी। क्योंकि अब तक अनूपपुर-जैतहरी मार्ग से भारी वाहनों से लेकर आम नागरिक अनूपपुर आकर पुन: चचाई मार्ग या सांधा मोड़ (नेशनल हाइवे-४३) के माध्यम से शहडोल या कोतमा की ओर जाते थे। लेकिन अब अनूपपुर से पूर्व ही जैतहरी की ओर से आने वाले लोग हर्री-बर्री गांव से पसला की ओर रवाना होकर कोतमा या शहडोल के लिए सीधी यात्रा कर सकेंगे। इसमें हर्री, बर्री, भगतबांध, चरतरिहा, मैरटोला, रक्शा, कोलमी पसला बिजौड़ी जैसे गांव को मुख्य मार्ग जैसी सुविधा मिल जाएगी। फिलहाल यहां सामान्य रूप में पक्की सडक़ है, लेकिन कम चौड़ी है।
बॉक्स: ८-१० किसानों की जमीन होंगे अधिग्रहित
विभागीय जानकारी के अनुसार पूर्व से ही पीडब्ल्यूडी मार्ग की उपलब्धता के कारण कुछ स्थानों पर बाइपास मार्ग के लिए भूमि-अधिग्रहण किया जाना प्रस्तावित है। इसमें अनुमानित ८-१० किसान प्रभावित होंगे, जिसके लिए विभाग ने प्रस्तावित अनुमानित ५ करोड़ की राशि की मांग की है। तकनीकि शाखा अधिकारी ने बताया कि हर्री-बर्री-पसला बाइपास की मांग पर सीएम शिवराज सिंह चौहान द्वारा वर्ष २०२० में घोषणा की गई थी, जिसमें भारी वाहनों दिन के समय अनूपपुर शहर में बन रहे नो इंट्री के दौरान होने वाले नुकसान को देखते हुए और शहर में भारी वाहनों के दवाब को कम करने इस बाइपास का निर्णय लिया गया था।
बॉक्स: हर्री-तिपान तक २.८ किलोमीटर लम्बी सडक़ स्वीकृत
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि सीएम की घोषणा में ही शामिल हर्री- तिपाननदी पुल तक प्रस्तावित २.८ किलोमीटर लम्बी सडक़ को शासन द्वारा स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। जिसमें २ करोड़ ८ लाख की लागत से सडक़ का निर्माण कराया जाएगा। यह सडक़ भी डामरीकृत होगी।
वर्सन:
हर्री-बर्री पसला बाइपास मार्ग के लिए हमने प्रस्ताव भेजा है, जैसे ही स्वीकृति प्रदान होगी, निर्माण कार्य आरम्भ होगा। इस सडक़ से शहडोल-कोतमा से जैतहरी और जैतहरी से कोतमा-शहडोल की ओर जाने वाली भारी वाहन व आम नागरिक बिना अनूपपुर प्रवेश आगे की यात्रा कर सकेंगे।
एनके परते, कार्यपालन यंत्री पीडब्ल्यूडी विभाग अनूपपुर।
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