चिल्ड्रेन पार्क में फिर गूजेंगी बच्चों की किलकारी, खुलेंगे नागरिकों के लिए पार्क के द्वार
अनूपपुरPublished: Aug 31, 2019 04:00:47 pm
ठेके पर होगा पार्क का कायाकल्प, परिवारिक कार्यक्रम के लिए उपलब्ध होंगे पार्क के लॉन
चिल्ड्रेन पार्क में फिर गूजेंगी बच्चों की किलकारी, खुलेंगे नागरिकों के लिए पार्क के द्वार
अनूपपुर। पिछले चार सालों से वीरान पड़ी चिल्ड्रेन पार्क अनूपपुर अब फिर से बच्चों की किलकारी से गुंजेगी। पार्क का बंद दरवाजा आम नागरिकों के लिए खोला जाएगा। यहां तक कि नगरवासियों की जरूरतों के अनुसार पार्क की लॉन अब शादी समारोह सहित अन्य परिवारिक कार्यक्रम के लिए किराए पर उपलब्ध कराए जा सकेंगे। पार्क के मेंटनेंस के लिए खुद नगरपालिका अपना छोटा कार्यालय भी पार्क के अंदर संचालित करेगी, इसके लिए नगरपालिका द्वारा अब चिल्ड्रेन पार्क का कायाकल्प कर शोभादार पौधों के साथ विशेष घास के मैदान, बिजली, और और पाथ-वे का निर्माण कराया जाएगा। कायाकल्प की जिम्मेदारी निजी ठेके पर ट्रेंड माली को दी जाएगी। जबकि पार्क की नियमित साफ-सफाई की जिम्मेदारी नगरपालिका मुहैया कराएगी। हालंाकि पार्क संवारने का कार्य निजी ट्रेंड माली के हाथों तीन-चार माह के लिए होगा, इसके बाद खुद नगरपालिका चिल्ड्रेन पार्क के रख-रखाव की जिम्मेदारी सम्भालेगी। नगरपालिका का मानना है कि वर्तमान चौकीदार व कर्मचारियों से पार्क को सौन्दर्यीकृत नहीं किया जा सकता, इनमें तकनीकि रूप से पौधे, घास तथा पार्क के रख-रखाव के ज्ञान का अभाव है। नगरपालिका प्रशासनिक समिति के अनुसार पार्क के कायाकल्प के लिए पूरे परिसर का निरीक्षण किया गया है। जिसमें मुख्य द्वार से गाज मंदिर तथा पार्क के चारों ओर तक पाथ-वे के लिए पेपर ब्लॉक या सीसी सडक़ का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही पार्क में हरियाली और शोभा के लिए माली के अनुसार १०० से अधिक शोभादार पौधे लगाएं जाएंगे। जबकि पार्क के चारों कोना पर दूधिया रोशनी वाली उच्च क्षमता वाली रोशनी लगाई जाएगी। जबकि पाथवे के दोनों ओर गार्डन लाइट लगाया जाएगा। लोगों के बैठने के लिए बेंच के साथ कचरा संग्रह के लिए डस्टबीन सहित पानी की सुविधा उपलब्ध रखी जाएगी। पूर्व में लगाए गए गार्डन लॉन की सूखी विशेष घास को हटाकर फिर से नया घास लगाने का कार्य किया जाएगा। १२वीं सदी की अवशेष के रूप में पार्क में स्थापित गाज मंदिर के पास ही नगरपालिका की खुद का छोटा कार्यालय का निर्माण किया जाएगा, जहंा मौजूद स्टाफ पार्क की निगरानी के साथ शादी-समारोह या परिवारिक कार्यक्रम के लिए किराए पर दिए जाने वाले पार्क की व्यवस्थाओं के पूर्ति करेंगे। इससे राजस्व के साथ साथ पार्क को भी बेहतर बनाने का कार्य किया जाएगा। प्रशासनिक समिति के अनुसार वर्तमान में सभी कार्यो के लिए नगरपालिका इंजीनियर को एस्टीमेट बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके आधार पर जल्द ही पार्क के कायाकल्प का कार्य आरम्भ कर दिया जाएगा। नगरपालिका का मनना है कि दिसम्बर-जनवरी के बीच पार्क आम नागरिकों के लिए खोल दिए जाएंगे। विदित हो कि नगरवासियों के सुकुन के पल के साथ बच्चों के खेलने के लिए वर्ष २०१४ में चंदास नदी किनारे चिल्ड्रेन पार्क बनाया गया था। जहां जिला प्रशासन और जनभागीदारी के तहत लगभग २५ लाख की लगात से पार्क को तैयार किया गया था। पार्क को आकर्षक बनाने ५ लाख की लागत से पाम, अशोक, कटहल, आंवला, नारियल, सहित अन्य शोभादार पौधों के साथ विशेष मुलायम घास भी लगाए गए थे। पार्क की दीवारों पर आदिवासी कला से परिपूर्ण जीवनशैली की कलाकृति उकेड़ी गई और पुष्पराजगढ के कोयलारी में ध्वस्त १२वीं सदी की कल्चुरी कालीन मंदिर गाज मंदिर के अवशेष को स्थापित किया गया था। लेकिन नगरपालिका की अनदेखी और लापरवाही में पूरा बदहाल बन गया।
बॉक्स: तिराहों पर लगाए जाएंगे फ्लश रोशनी
नगरपालिका अब नगरीय क्षेत्र के अमरकंटक तिराहा, इंदिरा तिराहा, और कोतवाली तिराहे पर दूधिया रोशनी देने वाली फ्लश लाइट को लगाएगी। वर्तमान में रेलवे अंडरब्रिज, सामतपुर तिराहा पर ही लगे हुए है। इससे मुख्य मार्गो और तिराहों पर अधिक रोशनी की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकेगी।
वर्सन:
निजी ट्रेंड माली को कायाकल्प की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। व्यवस्थाएं नगरपालिका की रहेगी। तीन से चार माह के उपरांत चिल्डे्रन पार्क पूरी तरह नई और बेहतर नजर आएगी। इसे पारिवारिक कार्यक्रमों के लिए भी किराए पर दिए जाएंगे।
रामखेलावन राठौर, अध्यक्ष प्रशासनिक समिति नगरपालिका अनूपपुर।