सजहा वेयरहाउस मामले में कमिश्नर बोले- हरेक बिन्दू पर करें जांच, खराब खाद्यान्न का नहीं होगा उठाव
अनूपपुरPublished: Jul 04, 2020 10:00:05 pm
समीक्षा बैठक में का उठा मुद्दा: इतनी अधिक मात्रा में क्यों हुए अनाज खराब, अधिकारियों पर जिम्मेदारी हो तय
सजहा वेयरहाउस मामले में कमिश्नर बोले- हरेक बिन्दू पर करें जांच, खराब खाद्यान्न का नहीं होगा उठाव
अनूपपुर। पिछले कुछ सालों से सजहा वेयरहाउस में लगातार हजारों क्विंटल की मात्रा में खाद्यान्न खराब होने के मामले में अनूपपुर में कमिश्नर की आयोजित समीक्षा बैठक में सजहा वेयरहाउस का मामला उठा, जिसमें कमिश्नर ने इतनी मात्रा में खाद्यान्न के ख्रराब होने तथा उनकी चोरी मामले में कलेक्टर को विधिवत सारे बिन्दूओं पर जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कमिश्नर ने स्पष्ट शब्दों में कहा इतनी मात्रा में भंडारित अनाज कैसे खराब हो गया, और इन खराब हुए खाद्यान्न के लिए अधिकारियों पर जिम्मेदारी भी तय हो। खराब खाद्यान्न राशन की दुकान तक नहीं पहुंचे। वहीं कलेक्टर ने भी एसडीएम अनूपपुर को निर्देशित करते हुए किसी अन्य के टिप्स पर कार्रवाई नहीं करने की बात कहते हुए अपने विवेकता के आधार पर खराब खाद्यान्न की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा जो खराब खराब हो गए हैं, उन्हें पीडीएस गोदामों तक नहीं भेजा जाए, वेयरहाउस से उनका उठाव ही नहीं कराया जाए। वहीं कमिश्नर ने सजहा एवं निगवानी वेयर हाउस में खाद्यान्न खराब होने की शिकायत पर अधिकारियों से हरेक बिन्दू पर एक- एक पहलू पर जांच करने के निर्देश दिए है। विदित हो कि २०१५-१६ से ३० लाख से अधिक की भंडारित रखी खराब ८७० क्विंटल चावल के अलावा, वर्ष २०१६-१७ के दौरान६ करोड़ ४ लाख की चोरी हुई २३ हजार क्विंटव चावल, तथा वर्ष २०१९-२० के लिए भंडारित हुए २० हजार क्विंटल चावल में कीड़े लगने के उपरांत वहां भंडारित अन्य ४५ हजार क्विंटल से अधिक खाद्यान्न रख-रखाव और देखभाल के अभाव में कीटग्रस्त होकर खराब हो गए हैं। जिसकी जांच चल रही है।
उल्लेखनीय है कि पत्रिका ने सजहा वेयरहाउस में खराब हो रहे २० हजार क्विंटल गेहू मामले में १९ जून को खबर प्रकाशित कर वेयरहाउस प्रबधंक, नागरिक आपूर्ति अधिकारी, जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक की लापरवाही पर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। जिसके बाद एक के बाद एक कर अनेक पहलू सामने आए। जिसमें कई करोड़ की गड़बडिय़ां सामने आ गई। जिसपर अब विभागीय अधिकारी से लेकर उपर के वरिष्ठ अधिकारी भी मामले को दबाने में जुट गए हैै। हालात यह है कि आरएम सतना द्वारा २३ हजार क्विंटल चावल चोरी के मामले में कोतवाली अनूपपुर में एफआईआर के लिए दिए गए आवेदन पर मामला ही पलट गया। इसमें जहां थाना प्रभारी ने कोई आवेदन नहीं मिलने की बात कही, तो दूसरी ओर सतना आरएम ने जून के प्रथम सप्ताह में शिकायत देने की बात कही। फिलहाल करोड़ो के खाद्यान्न खराब और सडक़ बर्बाद हो गए हैं। लेकिन अबतक इन पूरे मामले में जांच अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी जांच की आड़ में टालमटोल कर किसी पर भी मामला दर्ज कराने से दूरी बनाए हुए हैं।
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