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शहर के नागरिक चुका रहे लाखों की समेकित कर, सुविधाएं अपर्याप्त

locationअनूपपुरPublished: Mar 06, 2021 10:53:50 am

Submitted by:

Rajan Kumar Gupta

शहर को साफ और रोशन करने लाखों की टैक्स वसूली, फिर भी अंधेरा और गंदगी बरकरार

Consolidated taxes, facilities inadequate for lakhs of citizens of the

शहर के नागरिक चुका रहे लाखों की समेकित कर, सुविधाएं अपर्याप्त

अनूपपुर। शहर की मूलभूत सुविधाओं पानी, सफाई, बिजली की व्यवस्थाओं को पूरा करने के नाम पर नगरपालिका नगरवासियों हर वर्ष लाखों की समेकित टैक्स के रूप में वसूल कर रही है। इसके अलावा शासकीय स्तर पर भी अतिरिक्त बजट का आवंटन हो रहा है। इसके बाद भी आम नागरिकों की सेवाएं प्रदाय करने में नगरपालिका असक्षम नजर आ रही है। हर साल समेकित कर के रूप में नगरपालिका शहर की जनता से लगभग ६-७ लाख रूपए वसूल रही है। इसके बाद भी शहर में गंदगी का आलम बना हुआ है। अनेक वार्ड की गलियों से लेकर मुख्य मार्ग के चौराहों पर अंधेरा बरकरार बना है। इसके अलावा स्वच्छता को नगरपालिका की कई योजनाएं अधूरी अटकी पड़ी है। जिसके कारण अनूपपुर शहर स्वच्छता रैकिंग में इस वर्ष १०वें स्थान से फिसलकर ८७ वें स्थान पर चला गया है। अनूपपुर शहर की कई वार्डो की स्थिति बद से बदतर बनी हुई है। सफाई के नाम पर कागजों में योजनाएं हैं, लेकिन क्रियान्वयन नहीं हो रहा है। जबकि नगरपालिका अनूपपुर में वर्तमान में वर्ग १ के १, वर्ग २ के १ वर्ग ३ के १३ तथा वर्ग ४ के १८ पदाधिकारी व कर्मचारी कार्यरत है। जबकि १ चालक सहित ४ संविदा आधारित चालक कार्यरत है। वहीं सफाई के लिए ६० दैनिकभोगी कर्मचारियों की सेवाएं ली जा रही है। लेकिन वार्ड की सडक़ों पर झाडू रोजाना की जगह सप्ताह में एकाध बार लग रही है। नालियों की सफाई दो सप्ताह या माहभर में एक बार हो रहा है। यहीं नहीं सफाई के बाद कूड़े का ढेर भी सडक़ किनारे जमा हुआ है।
बॉक्स: १७ सौ स्ट्रीट लाइट, फिर भी अंधेरा
नगरपालिका अनूपपुर के १५ वार्ड में बने ४२०० आवासीय घरों के साथ शासकीय बिल्डिंग तक स्ट्रीट लाइट के माध्यम से रोशन करने लगभग १७०० स्ट्रीट लाइट लगाए गए हैं। लेकिन इतनी संख्या में लगाई गई स्ट्रीट लाइट के बाद भी अधिकांश वार्ड की गलियां शाम को अंधेरे में तब्दील हो जाती है। जिसके कारण यहां से गुजरने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इनमें अधिकांश स्ट्रीट लाइट लगी है तो कुछ टूटी पड़ी है।
बॉक्स: अधर में अटका टंचिंग ग्राउंड, कचरा निष्पादन की नहीं योजना
शहर के विभिन्न वार्डो से निकलने वाली लगभग ३-४ टन कचरा अब भी पूर्व निर्धारित टंचिंग ग्राउंट पर खुले में फेंका जा रहा है। यह कचरा एक स्थल पर नहीं बल्कि नगरपालिका के सफाईकर्मी नगर के अन्य खुले स्थान पर भी फेंक रहे हैं। जबकि २००७ में सेंदुरी गांव के पास बनाए गए टंचिंग ग्राउंट में कचरा निष्पादन के लिए कोई विशेष कार्य योजना नहंी तैयार की गई है। यहां कचरा निष्पादन के लिए सीमेेंट की तालाबनुमा गड्ढा भी नहीं बनाए गए हैं, जिसमें विभिन्न श्रेणियों के कचरे का निष्पादन हो। यहीं नहीं पूर्व प्रस्तावित जैविक खाद उत्पादन के लिए संयंत्र भी नहीं स्थापित किए गए हैं। इसके लिए पूर्व में १ करोड़ का प्रस्ताव भेजा जा चुका है।
बॉक्स: सडक़ पर बह रहा पानी
नगर में नालियों के अभाव में इंदिरा तिराहा से रेलवे फाटक, अनूपपुर-जैतहरी मुख्य मार्ग पर न्यायालय के पास, अनूपपुर-जैतहरी मुख्य मार्ग पर अमरकंटक तिराहा से तुलसी महाविद्यालय तक, रेलवे फाटक अनूपपुर से कोतवाली थाना तिराहा तक, इसके अलावा अनेक वार्ड में नालियों का अभाव बना हुआ है। जबकि वर्तमान में जो नालियां भी इनमें अधिकांश दशकों पूर्व बनी पतली नालियां हैं।
वर्सन:
सफाई की व्यवस्थाओं को लेकर कर्मचारियों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। सडक़ों पर कचरे का ढेर नहीं छोडऩा हैै। कहीं लाइट में खराबी बनी है तो उसे सुधार करा दिया जाएगा।
हरिओम वर्मा, सीएमओ अनूपपुर।
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