शराब के नशे में खाने के दौरान विवाद, युवकों ने मिलकर सूने स्थल पर पिटकर कर दी हत्या
सुबह जांच में तीनों युवक पहुंचे थे घटना स्थल, मृत देखकर गांव लौटें
अनूपपुर
Published: February 23, 2022 09:02:22 pm
अनूपपुर। कोतवाली थानांतर्गत खांडा गांव स्थित राजकुमार साहू के निर्माणाधीन मकान के पास २१ फरवरी की सुबह खून से लथपथ मृतावस्था में मिले २९ वर्षीय युवक विकास उर्फ मोनू निवासी बरबसरपुर के मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल के उपरांत १२ घंटे के भीतर हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर अंधी हत्या का खुलासा किया है। हत्या के मामले में पुलिस ने २५ वर्षीय मन्नू उर्फ नीलमन केवट, ३० वर्षीय संतोष कुशवाहा पिता दादूराम कुशवाहा, एवं २५ वर्षीय दिलीप पिता समारु केवट तीनों निवासी खांडा को गिरफ्तार किया है। जिनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर न्यायालय पेश किया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में तीनों ने हत्या करने का अपराध स्वीकार किया है। साथ ही पुलिस को हत्याकांड से जुड़ी पूरी जानकारी दी। जिसमें यह बात सामने आई कि मृतक खांडा से सटे गांव बरबसपुर गांव निवासी था, जिसका खांडा गांव में अक्सर आना जाना लगा रहता था। वहीं मृतक शराब पीने और नशे की हालत में छोटी-छोटी बातों में विवाद करने का आदी था। हत्या के मुख्य आरोपी में दिलीप केवट और मुन्नू उर्फ नीलमन केवट दोनों जीजा-साला के रिश्ते में भी हैं। एएसपी ने बताया कि हत्या की सूचना के बाद पुलिस द्वारा लगातार जांच पड़ताल और डॉग स्क्वायड की मदद से इस अंधी हत्या को १२ घंटे के भीतर ही सुलझा लिया है। एसडीओपी अनूपपुर कीर्ति बघेल ने बताया कि घटना स्थल के निरीक्षण से यह स्पष्ट हुआ था कि मृतक के सिर व चहरे पर धारदार हथियार से प्रहार किया गया था। जिसमें अत्यधिक रक्त स्त्राव से मृतक की मृत्यु हो गई थी। आस-पास के लोगों से पूछताछ के आधार पर यह भी जानकारी सामने आई कि मृतक विकास उर्फ मोनू सिंह पिता स्व. रणमत सिंह का मन्नू केवट के साथ पूर्व विवाद हुआ था। २० फरवरी को मृतक विकास उर्फ मोनू सिंह के दोस्त संजय के घर शादी समारोह में बुलाया था। जहां खाना परोसने के दौरान मृतक विकास ने शराब के नशे में तीनों युवकों में दो के साथ विवाद किया था। जिसके बाद तीनों युवकों ने बार बार मृतक विकास के द्वारा विवाद करने पर उसकी हत्या करने की ही योजना बना डाली। वहीं रात में खाना खाने और नशे की हालत में विकास समारोह स्थल पर कुर्सी पर बैठा हुआ था। तभी रात १२.३० बजे के आसपास तीनों युवकों ने योजना बनाकर दिलीप के द्वारा मृतक विकास को उसी कीबाइक से घर छोडने के बहाने बाइक पर बैठाकर निकले। लेकिन अभी वे समारोह स्थल से कुछ दूर ही पहुंचे थे कि राजकुमार साहू के निमार्णाधीन में ले जाकर सेन्ट्रिक की लकड़ी से सिर व चहरे में कई प्रहार करते हुए मौत के घाट उतार दिया और तीनों चले गए। बताया जाता है कि सुबह तीनों युवक फिर घटना स्थल पर पहुंचे, उन्हें लगा कि वह जख्मी होगा या घर चला गया होगा। लेकिन मौके पर उसकी लाश नजर आई। जिसके बाद तीनों युवक मौके से गांव की ओर भाग निकले। ग्रामीणों ने घटना की सूचना १०० डायल और फिर पुलिस को दी। वहीं पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ में घटना की रात तीनों युवकों के मृतक विकास के साथ देखे जाने की जानकारी दी थी, जहां शक के आधार पर पुलिस ने तीनों युवकों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की।
बॉक्स: पुलिस से विवाद में मृतक की बाइक भी थी जब्ती
बताया जाता है कि मृतक विकास के नशे की हालत में बाइक चलाने पर पुलिस ने पूर्व में उसकी बाइक को भी जब्त किया था, जिसमें विकास ने पुलिसकर्मी के साथ विवाद भी किया था। कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक राजन, एसडीओपी कीर्ति बघेल, थाना प्रभारी अमर वर्मा, सायबर सेल आरक्षक पंकज मिश्रा शामिल रहे।
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शराब के नशे में खाने के दौरान विवाद, युवकों ने मिलकर सूने स्थल पर पिटकर कर दी हत्या
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