अनूपपुर। जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले में जिला प्रशासन द्वारा २१ अप्रैल से ३ मई तक लगाए गए कोरोना कफ्र्यू में बुधवार को जिलेभर में इसका व्यापक असर पड़ा। जिले के सभी नगरीय क्षेत्र अनूपपुर, जैतहरी, कोतमा, बिजुरी, पसान, अमरकंटक, राजनगर, डोला, डूमरकछार सहित तहसील मुख्यालय राजेन्द्रग्राम सहित ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापारिक प्रतिष्ठानें बंद रही। जिलेवासी घरों के भीतर रहे। सडक़ों पर लोगों की चहल पहल ना के बराबर थी, सडक़ों पर सन्नाटा पसरा हुआ था। स्थानीय प्रशासनिक सहित पुलिस थाना अमला द्वारा आवाजाही कर रहे लोगों को चेतावनी देते हुए वापस लौटाया जा रहा था। इस दौरान पुलिस भी नगरीय क्षेत्र के विभिन्न चौक-चौराहों पर बेरिकेटिंग कर आवाजाही करने वाले नागरिकों पर निगरानी बनाए हुई रही। जबकि प्रशासनिक निर्देश में आवश्यक सेवाओं के लिए प्रतिबंध से दी गई छूट में सुबह ६ बजे से ९ बजे तक रेलवे अंडरब्रिज के पास सब्जी थोक बाजार संचालित की गई। वहीं सुबह ६ बजे से दोपहर १२ बजे तक फेरी के माध्यम से सब्जी, फल बेचने वाले व्यापारियों ने घरों तक सब्जियां पहुंचाई। इसी तरह सुबह ६ बजे से दोपहर १२ बजे तक किराना दुकानों से होम डिलीवरी के रूप में राशन पहुंचाने की राहत मिली। दोपहर १२ बजे बाद मुख्य सडक़ें भी वीरान नजर आने लगी। कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि जिले में लॉकडाउन का नागरिकों ने पालन किया और प्रशासन ने समयावधि में दुकानों को खुलवाने के साथ बंद कराने में भी सफलता पाई। प्रथम दिन होने के कारण कुछ स्थानों पर लोग घर से बाहर निकले। लेकिन पुलिस द्वारा उन्हें समझाते हुए वापस लौटाया गया है। यह व्यवस्था आगामी ३ मई तक इसी प्रकार बनाए रखे जाएंगे। पहला दिन होने के कारण लॉकडाउन उल्लंधन करने वाले के खिलाफ जानकारी के अभाव में कार्रवाई नहीं की गई। वहीं कलेक्टर ने बाजार आने वाले ग्राहकों को भी एक दूसरे से दूरी बनाकर सामान खरीदी की व्यवस्था में १ मीटर की दूरी बनाने की अपील की है। बॉक्स: गांवों में भी पसरा रहा सन्नाटजिले में पूर्व में नगरीय क्षेत्रों में लॉकडाउन लगाया गया था, जिसमें शाम ६ बजे से सुबह ६ बजे तक तथा शुक्रवार की शाम ६ बजे से सोमवार की सुबह ६ बजे तक लगभग ६० घंटे निर्धारित थी। इसमें ग्रामीण अंचलों को राहत दी गई थी। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों की बढ़ती तादाद में प्रशासन ने दोनों क्षेत्रों को शामिल करते हुए पूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया। जिसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों द्वारा लॉकडाउन के पालन में घरों में ही अपना समय व्यतीत किया। [typography_font:18pt;” >———————————————-