पानी की समस्या से परेशान डोला पंचायत के ग्रामीणों ने दिया धरना, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
अनूपपुरPublished: May 19, 2019 01:11:22 pm
कॉलरी के साथ बातचीत में 24 टैंकरों के माध्यम से पानी आपूर्ति की बनाई व्यवस्था
पानी की समस्या से परेशान डोला पंचायत के ग्रामीणों ने दिया धरना, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
अनूपपुर। अनूपपुर जनपद पंचायत के डोला ग्राम पंचायत में पानी की समस्याओं को लेकर एकबार फिर से ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन करते हुए गांवों में पानी आपूर्ति की मांग की। इस दौरान ग्रामीणों ने एसडीएम कोतमा मिलिंद नागदेवे को ज्ञापन भी सौंपा। जिसमें ग्रामीणों ने बिजुरी वार्ड क्रमांक ६ मोहड़ा दफाई, मोहरी ग्राम, बाजार क्षेत्र, वार्ड क्रमांक ९, १० ,११ ,१२, १४, ३, १३ सहित ग्रामीण क्षेत्र बहेराबांध, डोंगरियाटोला, कैनापरा, नगाराबांध, बेनीबहरा, थानगांव, बनगवां ग्राम पंचायत राजनगर, न्यूराजनगर, बाजार क्षेत्र, सीधी दफाई, बाजार दफाई सहित अन्य क्षेत्रों में पानी की समस्याओं को उल्लेखित किया। बैठक में पानी की समस्या पर खुद विधायक ने माना कि डोला ग्राम पंचायत में पूर्व जिला प्रशासन और कॉलरी प्रशासन द्वारा किए गए आश्वासनों में ग्रामीणों के घर तक पानी का टैंकर नहीं पहुंच पा रहा है। ठेकेदार द्वारा कॉलरी से पानी का उठाव तो किया जाता है, लेकिन वह पानी गांवों के बजाय कहीं और दुरूपयोग किया जाता है। जिसके बाद कोतमा विधायक सुनील सराफ, एसडीएम कोतमा मिलिंद नागदेवे तथा कॉलरी प्रबंधकों के बीच विशेष बैठक आयोजित की गई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब डोला ग्राम पंचायत के २० वार्डो के लिए कॉलरी की ओर से ६ पानी टैंकर रोजाना ४ चक्कर लगातार गांव में जलापूर्ति करेंगे यानि दिनभर में पूरे २४ चक्कर लगाने होंगे। इसके अलावा बनगवां ग्राम पंचायत की ओर से ५ अन्य पानी परिवहन के लिए पानी टैंकर की व्यवस्था की जाएगी, इसमें तीन पानी टैंकर शादी-ब्याह सहित अन्य परिवारिक कार्यक्रम के लिए रिर्जव रूप में कार्य करेगा। जबकि दो अन्य पानी टैंकर में पानी भरकर उसे ग्राम पंचायत द्वारा रिजर्व रखा जाएगा, ताकि कॉलरी द्वारा लगाए जा रहे वाहन के चक्कर में किसी भी वाहन में खराबी आने पर तत्काल उस पानी टैंकर का उपयोग कर ग्रामीणों को जलापूर्ति कराई जाएगी। इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर एक कमेटी को निर्धारित किया गया है, जो पानी परिवहन करने वाले वाहनों की मॉनीटरिंग करेगा। ग्रामीणों का आरोप था कि लगभग २५ हजार की आबादी वाले इस ग्राम पंचायत में फिलहाल ६० हैंडपम्प और एक ३ बोर पम्प मशीन है। लेकिन इतनी कम मात्रा में हैंडपम्पों के कारण पूरे गांव के लिए पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पाता। पूर्व से खराब ३० हैंडपम्पों व बोर मशीन की सुधार के लिए पीएचई विभाग द्वारा हर बार शिकायत दर्ज कराई जाती है। लेकिन कर्मचारियों द्वारा लापरवाही पूर्वक कार्य करते हुए एक दिन में १-२ हैंडपम्प सुधार कर चले जाते हैं, पुन: सुधार के लिए दोबारा नहीं आते। जिसके कारण गर्मी के दिनों में दिनोंदिन एक के बाद एक कर हैंडम्प खराब या सूख गए हैं। ग्रामीणों के अनुसार पूरे गांव में ९० हैंडपम्प है, लेकिन चालू मात्र ६० के आसपास है, इनसे भी कम मात्रा में पानी बह रहा है।